पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल बापू टावर की बेहतरीन बनावट और इसमें महात्मा गांधी से जुड़े तथ्यों को आम लोग जल्द देख सकेंगे। इसका उद्घाटन आगामी चार फरवरी रविवार को होगा। पटना के गर्दनीबाग में 120 फीट ऊंचे निर्माणाधीन इस बापू टावर के भवन का निर्माण पूरा हो गया है। इसके लिए भवन निर्माण विभाग द्वारा इसे फिनिशिंग टच दिया जा रहा है।

बापू टावर की आधारशीला 2 अक्टूबर 2018 में रखी गई थी। इसे पूरा करने की समयसीमा 28 नवम्बर 2021 थी। काम पूरा नहीं होने पर इसे बढ़ाकर 31 दिसम्बर 2022 किया गया। इसके दोबारा बढ़ाकर जून-2023 के अंत तक समाप्त करने का निर्देश दिया गया। अब इस टॉवर का निर्माण कार्य पूरा हो गया है और 4 फरवरी को उद्घाटन होगा।

इस भवन में महात्मा गांधी के जीवन से जुड़ी ऐतिहासिक घटनाएं, गांधी के विचार, स्वतंत्रता संग्राम में उनकी भूमिका, बिहार से लगाव, बापू के आदर्शों को आम जन में स्थापित करने के लिए बिहार सरकार द्वारा किये गये कार्यों आदि की उत्कृष्ट प्रदर्शनी रहेगी।

भूखंड का कुल क्षेत्रफल सात एकड़ है और कुल निर्मित क्षेत्र 10503 वर्ग मीटर है। टावर में विभिन्न गैलरी, अनुसंधान केंद्र, विशिष्ट अतिथियों के लिए लाउंज, प्रशासनिक कार्यालय आदि हैं। जानकारी के अनुसार पर्यटक बापू टावर परिसर में प्रवेश के लिए गर्दानीबाग मेन रोड पर बने गेट नंबर एक का प्रयोग करेंगे। यहां करीब 200 गाड़ियों के पार्किंग की सुविधा भी उपलब्ध होगी।

बापू टावर की खास बातें

तांबा की परत से तैयार 6 तले का है बापू टावर।

बापू टावर की ऊंचाई 120 फीट है

सात एकड़ में फैला है बापू टावर परिसर।

टावर की कुल लागत 129 करोड़ रुपये है।

85 करोड़ सिविल कार्य, 45 करोड़ प्रदर्शनी पर खर्च है।

2 अक्टूबर 2018 रखी गई थी आधारशीला।

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