रांची। JSSC CGL पेपर लीक मामले की SIT जांच से छात्र खुश नहीं है। छात्रों ने अब सीबीआई जांच की मांग की है। इसे लेकर छात्र आजसू आज राज्यपाल के नाम सभी जिलों के डीसी को ज्ञापन सौंपेंगे। इस बात की जानकारी देते हुए प्रदेश अध्यक्ष ओम वर्मा ने कहा कि आज राज्य के सभी उपायुक्तों के राज्यपाल के नाम का ज्ञापन सौंपा जाएगा। जिसमें CBI जांच, JSSC के चेयरमैन को समेत अन्य अफसरों को बर्खास्त करने,पेपर लीक के मास्टरमाइंड को गिरफ्तार करने और परीक्षा जल्द कराने की मांग करेंगे।

हो रहे हैं कई खुलासे

ओम वर्मा ने कहा कि इस मामले में रोज नए-नए खुलासे हो रहे हैं। छापेमारी में ब्लैंक चेक भी मिले हैं। 27-27 लाख रुपए में पद बेचे गए थे। इस मामले में एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष अमीर हाशमी का बयान छात्र विरोधी है। सुर्खियों में बने रहने के लिए वे ऐसे बयान दे रहे हैं। पेपर लीक के एक हफ्ते बाद तक झामुमो-कांग्रेस ने जांच की को पहल नहीं की। वहीं, आजस सुप्रीमो सुदेश कुमार महतो ने जब विधानसभा में यह मामला उठाया तो सरकार ने आनन-फानन मे एसआईटी का गठन कर अपना पल्ला छाड़ लिया। जिस तरह जांच चल रही है, उससे छात्रों को न्याय नहीं मिलेगा। गौरतलब है कि इस मामले में एसआईटी टीम ने झारखंड विधानसभा के अवर सचिव सहित उनके 2 बेटे को गिरफ्तार कर पूछताछ कर रही है।

31 जनवरी को हुआ था आंदोलन

गौरतलब है कि 28 जनवरी को JSSC CGL की परीक्षा हुई थी। परीक्षा खत्म होने के तुरंत बाद पेपर लीक को लेकर लगातार हंगामा होने लगा। छात्रों की ओर से कहा जा रहा था कि आंसर सीट लोगों के मोबाइल पर लगातार चल रहे थे। जिसके बाद आयोग ने 28 जनवरी को ही पेपर थ्री को रद्द कर दिया था। जिसके बाद छात्रों ने 31 जनवरी को जेएसएसी का घेराव किया था। इस दौरान छात्रों की ओर से खूब हंगामा किया था। जिसके बाद पुलिस की ओर से लाठीचार्ज भी किया गया था जिससे छात्र उग्र होने जेएसएससी अध्यक्ष की गाड़ी की तोड़फोड़ की थी। इसके बाद आयोग ने 28 जनवरी के सारे पेपर और 4 फरवरी को होने वाले एग्जाम को रद्द कर दिया।

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