धनबाद। पारा टीचर से एक लाख रुपये का इनामी नक्सली बना सीताराम मांझी (46) को तोपचांची पुलिस ने गुजरात पुलिस के सहयोग से गिरफ्तार कर लिया है। इस संबंध में ग्रामीण एसपी अमन कुमार ने पत्रकारों को बताया कि सीताराम मांझी नक्सलियों का दस्ता मेंबर था। उस पर एक लाख रुपये का इनाम भी घोषित है। ग्रामीण एसपी ने बताया कि गिरफ्तार नक्सली पहले पारा टीचर था। इसी क्रम में वह क्रांतिकारी किसान सभा का सदस्य बना। नक्सलियों के लिए खानपान, आवास आदि की व्यवस्था करता रहा।
सीताराम नेरो टोला, धावाटांड, थाना तोपचांची का रहने वाला है। वह तोपचांची थाना कांड संख्या 106/09, 12 अक्टूबर 2009 को धारा 147/148/149/307/435 भादवि 17 सीएलएएक्ट, 27 आर्म्स एक्ट एवं 13 यूएपी एक्ट में वांछित था। गिरफ्तारी के डर से वह भागकर गुजरात में छुप गया था। वहां एक फैक्ट्री में काम करता था। तोपचांची पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर गुजरात पुलिस के सहयोग से उसे गिरफ्तार कर लिया। उस पर राज्य सरकार ने एक लाख रुपये का इनाम भी घोषित किया है।
सीताराम मांझी पर 2009 में दो मामले दर्ज हुए थे
सीताराम मांझी पर तोपचांची तथा अंगारपथरा में वर्ष 2009 में दो मामले दर्ज हुए थे। अंगार पथरा में वर्ष 2009 में हुई राइफल लूट कांड में वह संलिप्त था। तोपचांची में नक्सली बंदी के दौरान जीटी रोड में लेदाटांड के पास ट्रक पर फायरिंग करने तथा ट्रक में आग लगाने की घटना में भी वह संलिप्त था।
स्कूल के 3.5लाख गबन का भी आरोप
ग्रामीण एसपी ने बताया कि सीताराम मांझी जब पारा टीचर था। उस समय उसने स्कूल बनाने के लिए दी गयी 3.5 लाख रुपये की राशि में से एक बहुत बड़ा हिस्सा गबन किया था।