झरिया। झरिया थाना क्षेत्र के बस्ताकोला में प्लास्टिक पाइप बनाने की फैक्ट्री अनिकेत सेल्स प्राइवेट लिमिटेड में कार्य के दौरान राजेश चौहान (32) की मौत हो गयी। घटना से गुस्साये परिजन और स्थानीय लोगों ने फैक्ट्री के समझ शव रख हंगामा करने लगे। लोग प्रबंधन पर मनमानी का आरोप लगाया। सूचना पाकर झरिया पुलिस पहुंचे। लोगों को समझा-बुझा कर शव को पोस्टमार्टम के लिए धनबाद भेज दिया।

पोस्टमार्टम के बाद परिजन फैक्ट्री के मुख्य गेट पर पुन: शव रख मुआवजा की मांग को लेकर हंगामा करने लगे। जिसका नेतृत्व भाजयुमो जिला मंत्री रिंकू शर्मा कर रहे थे। शाम को धोवाटाड़ स्थित कंपनी कार्यालय में दोनों पक्षों की ओर से वार्ता हुई। जिसमें मृतक के परिवार को ढ़ाई लाख रुपये मुआवजा देने पर सहमति बनी। वार्ता में पार्षद प्रतिनिधि शिवदत कुमार, भाजयुमो जिला मंत्री रिंकू शर्मा, सांसद प्रतिनिधि नितिन भट, राकोमस नेता उमा शंकर चौहान, सतनारायण चौहान, मनोज सिंह, कंपनी मालिक संजय जैन एवं प्रदीप जैन मौजूद थे।

यह है मामला
बस्ताकोला चौहान बस्ती के राजेश चौहान शुक्रवार को इस फैक्ट्री में ड्यूटी करने शुक्रवार को पहुंचा। घंटों काम करने के बाद उसका अचानक तबीयत खराब हो गयी। प्रबंधन उसे अस्पताल में ले जा कर कार्यालय में डेढ़ घंटा तक आराम करने के लिए बैठा दिया। जहां उसकी और तबीयत बिगड़ गयी। सूचना पाकर परिजन पहुंचे। अन्य कर्मियों के सहयोग से झरिया स्थित अस्पताल ले गये। जहां उसे पीएमसीएच रेफर कर दिया। चिकित्सकों ने उसकी मौत हृदय गति रुकने से पुष्टि कर दी।

राजेश की मौत के बाद इस परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। फैक्ट्री परिसर में ही पत्नी मानती देवी, पुत्र अभिषेक(8) पुत्री सोनम (10) राखी (5) रोते रहे। पत्नी बार-बार बेहोश हो रही थी। अन्य महिलाएं उसे संभालने में जुटी हुई थी। मृतक मूल रूप से औरंगाबाद के चौठइयाबीघा के रहने वाला बताया जा रहा है। आंदोलन के दौरान अन्य कर्मी और भाजयुमो नेता रिंकू शर्मा ने प्रबंधन पर मनमानी का आरोप लगाया। कहा कि खतरनाक केमिकल के बीच मजदूरों को बिना मास्क और बूट का काम कराया जाता है। 12 घंटे काम करने के बावजूद भी उसे न्यूनत्तम मजदूरी नहीं मिलती। अन्य सुविधाओं से भी वंचित रखा जाता है। बताया कि पूर्व में भी सोनार बस्ती के एक सोना बाउरी नामक कर्मी के हाथ की उंगली कट गयी थी। जहांं प्रबंधन उसे काम से हटाते हुए मुआवजा तक नहीं दिया था।

संजय जैन, फैक्ट्री मालिक का कहना है: राजेश की मौत बीमारी कारण हुई है। केमिकल का प्रयोग करने की बात गलत है। हम सारे सुविधा मजदूरों को उपलब्ध कराते है। राजेश की मौत का दु:ख हमें भी है। वह मेरा कर्मी थे।

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