नयी दिल्ली। करीब 58 घंटे तक दुश्मन देश के कब्जे में रहने के बाद भारत का वीर सपूत विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान की स्वदेश वापसी हो गयी है। भारतीय सेना के अप्रतिम शौर्य और देश के गौरव के प्रतीक बन चुके विंग कमांडर अभिनंदन ने रात 9.22 बजे के आसपास वाघा बॉर्डर के रास्ते भारत में प्रवेश किया। उनके साथ भारतीय उच्चायोग के अधिकारी भी थे।
वहां भारत माता की जय के उद्घोष के साथ हजारों देशवासियों ने उनका स्वागत किया। ये लोग शुक्रवार सुबह से ही वहां ढोल-नगाड़ों के साथ जमे हुए थे। अपनी धरती पर कदम रखने के बाद इस पराक्रमी को स्वास्थ्य जांच के लिए अमृतसर सैनिक अस्पताल ले जाया गया। वहां से उन्हें वायुसैनिक अड्डे पर ले जाया गया। वहां भारतीय वायुसेना का विशेष विमान अपने इस बहादुर विंग कमांडर को दिल्ली लाने के लिए पलक-पांवड़े बिछाये हुए था।
विशेष विमान के चालक दल के सदस्यों ने अपने इस बहादुर साथी की अगवानी की और तत्काल उड़ान भरी। दिल्ली के पालम हवाई अड्डे पर अन्य लोगों के अलावा विंग कमांडर के माता-पिता, पत्नी और अन्य परिजनों ने उनकी अगवानी की।
पाकिस्तानी युद्धक विमान एफ 16 को मार गिरानेवाले जांबाज विंग कमांडर ने जैसे ही वाघा बॉर्डर से अपने देश में कदम रखा, वहां मौजूद लोग भारत माता की जय के गगनभेदी नारे लगाये। अभिनंदन ने वहां मौजूद भारतीय सेना अधिकारियों के साथ हाथ मिलाया और फिर हाथ हिला कर उपस्थित लोगों का अभिवादन किया। बाद में वाघा बॉर्डर पर प्रेस कांफ्रेंस में एयर वाइस मार्शल आरजीके कपूर ने कहा कि विंग कमांडर अभिनंदन पूरी तरह स्वस्थ हैं। उनकी वतन वापसी से भारतीय वायुसेना समेत पूरा देश खुश है।