भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद और अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) ने मिलकर नई गाइडलाइंस जारी की हैं। शोध में दावा किया गया है कि संक्रमित व्यक्ति के जोर से हंसने से भी कोरोना वायरस के फैलने का खतरा पैदा होता है।
नया शोध बताता है कि संक्रमित व्यक्ति द्वारा जोर से हंसने से भी कोरोना वायरस स्वस्थ लोगों को अपनी चपेट में ले सकता है। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद ने अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के डॉक्टरों के साथ मिलकर कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए गाइडलाइंस तैयार की हैं। शोधकर्ताओं ने बताया है कि संक्रमित शख्स के जोर से हंसने से भी कोरोना वायरस के फैलने का खतरा पैदा हो सकता है। दरअसल, कोरोना संक्रमित शख्स के जोर से हंसने के दौरान वायरस ड्रॉपलेट के माध्यम से बाहर निकलता है, जिससे आसपास मौजूद लोग इसकी चपेट में आ जाएं तो उनके भी संक्रमित होने का खतरा हो सकता है।
एम्स के कार्डियोलॉजी विभाग के प्रोफेसर डॉ. अंबुज रॉय ने कहा है कि कोरोना वायरस खांसने व छींकने के दौरान वायरस ड्रॉपलेट के माध्यम से बाहर निकलता है, इसलिए हाथ से चेहरा न छूएं। साथ ही यह वायरस संक्रमित व्यक्ति के जोर से हंसने पर भी निकलता है।
कोरोना वायरस के संभावित संक्रमण से बचना है तो शराब और धूम्रपान का सेवन तत्काल बंद कर दें, क्योंकि इन दोनों के सेवन से किसी भी शख्स की रोगों से लड़ने की क्षमता कम होती है। ऐसे में कोराना वायरस के संक्रमण की चपेट में आने पर दोहरी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना वायरस के बढ़ते प्रभाव और खतरे के चलते लोगों को, खासकर उच्च रक्तचाप के मरीजों को खाने में नमक की मात्रा बेहद कम कर देनी चाहिए।
पढ़िए बचाव के उपाय
- जीवन शैली का स्तर ऊंचा रखें
- मॉर्निंग वॉक सुबह-सुबह कर सकते हैं
- छत पर टहल सकते हैं
- बहुत जरूरी काम हो और घर से निकलना जरूरी हो तो मास्क का इस्तेमाल जरूर करें
- बुखार के साथ खांसी और सिरदर्द भी हो तो तत्काल डॉक्टर से संपर्क करें।
- बुखार और खांसी एक साथ होने पर घर के अन्य सदस्यों से खुद को तत्काल अलग कर लें।