रांची। जमशेदपुर के महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज (एमजीएम) में एक महिला के साथ हुए दुष्कर्म की चीख शुक्रवार को सदन में गूंजी। विधानसभा के बजट सत्र में भाजपा विधायकों ने इस मामले को जोर-शोर से उठाया और शोर-शराबा किया। इस मामले को लेकर वे वेल में चले आये और सरकार को कटघरे में खड़ा किया। शून्यकाल में भाजपा विधायक भानु प्रताप शाही ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री जहां से विधायक हैं उन्हीं के क्षेत्र के एमजीएम अस्पताल में दुष्कर्म की घटना हुई है। पर इस संबंध में सरकार की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गयी है।
प्राथमिकी दर्ज हो चुकी है : बन्ना गुप्ता
इसके बाद स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि इस मामले में साकची थाना में प्राथमिकी दर्ज हो चुकी है। सिटी एसपी खुद इसकी जांच करेंगे। मामला संदेहास्पद है। वहीं विधानसभाध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो ने कहा कि इस मामले की जांच की जा रही है। एसपी को निर्देशित किया गया है। सरकार को थोड़ी मोहलत दीजिए। पर भाजपा विधायक इस मसले पर नियमन देने की मांग करने लगे। इसपर विधानसभाध्यक्ष ने कहा कि जब सरकार ने कह दिया है कि जांच चल रही है तो सभी को संतुष्ट हो जाना चाहिए। इस मामले में नियमन देने की जरूरत नहीं है।
दोषियों को बख्शा नहीं जायेगा: आलम
वहीं, इस मामले में मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि यह गुरुवार की घटना है। दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। सरकार ने इसपर संज्ञान लिया है। दोषियों को बख्शा नहीं जायेगा। इसकी जांच भी चल रही है। हम सदन को यह विश्वास दिलाना चाहते हैं कि त्वरित गति से इस मामले की जांच होगी और दोषियों को सजा दिलायी जायेगी। स्वास्थ्य मंत्री की ओर से मामले को संदेहास्पद बताये जाने पर भाजपा विधायक नीलकंठ सिंह मुंडा ने कहा कि मंत्री इस मामले को संदेहास्पद बता रहे हैं यह उचित नहीं है। जांच की बात कहकर मामले की लीपापोती का प्रयास किया जा रहा है।
क्या है मामला
एमजीएम अस्पताल में एक पचास वर्षीय महिला के साथ दुष्कर्म का मामला गुरुवार को सामने आया। इस मामले में पुलिस ने महिला से बयान लेकर प्राथमिकी दर्ज कर ली है। पीड़िता का कहना है कि उसके साथ बेड पर दुष्कर्म हुआ था। मामले की जानकारी मिलने पर अस्पताल प्रबंधन ने पीड़िता को समझा-बुझाकर घर भेज दिया। अब सिटी एसपी इस मामले की जांच कर रहे हैं।
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