-उल्लास, भक्ति और समर्पण का अद्भुत संगम दिखा
-‘जय श्रीराम’ के जयघोष से गूंजे गांव और शहर
-शोभायात्रा और झांकी देखने उमड़ा आस्था का सैलाब
आजाद सिपाही संवाददाता
रांची। चैत्र शुक्ल नवमी, यानी गुरुवार को मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की जयंती के मौके पर झारखंड समेत पूरे देश में उल्लास, भक्ति और समर्पण का अद्भुत संगम देखने को मिला। नयनाभिराम झांकियों और शोभायात्राओं को देखने के लिए सड़कों पर आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। खराब मौसम के बावजूद लोगों के उत्साह में कोई कमी नहीं देखी गयी। झारखंड के गांव से लेकर शहर तक ‘जय श्रीराम’ के जयघोष से गूंजते रहे। रामनवमी महोत्सव के दौरान सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम किये गये थे। शोभायात्रा की ड्रोन से निगरानी की जा रही थी। कहीं से किसी अप्रिय वारदात की सूचना नहीं है। राजधानी रांची के अलावा धनबाद, बोकारो, गिरिडीह, दुमका, देवघर, हजारीबाग, चाईबासा, जमशेदपुर, गुमला, लोहरदगा, मेदिनीनगर, गढ़वा और दूसरे शहरों में भी रामनवमी इसी उल्लास के साथ मनाया गया।

कई शहरों में मौसम ने बदला मिजाज
राजधानी रांची सहित राज्य के कई शहरों में तीसरे पहर मौसम ने एक बार फिर करवट ली। रांची तेज हवा के साथ- कई जगहों पर हल्की बारिश हुई। इसके बावजूद शोभायात्रा देखने के लिए उमड़ी भीड़ के उत्साह में कोई कमी नहीं आयी।
तपोवन मंदिर के पास तेज आंधी की वजह से गिरा साउंड सिस्टम, चार घायल
तेज आंधी की वजह से रांची के तपोवन मंदिर के पास लगाया गया साउंड सिस्टम गिर गया। इस हादसे में चार लोग घायल हो गये। सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया।

सीएम ने तपोवन मंदिर में पूजा, राज्य की उन्नति और खुशहाली की कामना की
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रामनवमी के मौके पर तपोवन मंदिर में पूजा की और राज्य की सुख-समृद्धि की कामना की। मौके पर उन्होंने लोगों को रामनवमी की अनंत बधाई और शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम जी हमारे आदर्श हैं। रामनवमी महापर्व आपसी एकता, बंधुत्व, सौहार्द और वर्षों से चली आ रही परंपरा और संस्कृति को मजबूत बनाता है। उन्होंने तपोवन मंदिर में भगवान श्रीराम जानकी का दर्शन करने के बाद कहा कि हम अपने जीवन में भगवान श्रीराम के आदर्शों को आत्मसात करें, क्योंकि इसमें सबका कल्याण निहित है।

तपोवन मंदिर परिसर को विकसित करने का कार्य शुरू
मुख्यमंत्री ने यहां हजारों की संख्या में उपस्थित श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले वर्ष रामनवमी महापर्व के अवसर पर तपोवन की पवित्र भूमि को विकसित करने की घोषणा की थी। इस वर्ष रामनवमी पर मंदिर और आसपास के क्षेत्र का जीर्णोद्धार और सौंदर्यीकरण कार्य शुरू हो चुका है और अगले वर्ष रामनवमी के पावन अवसर पर यहां भगवान श्रीराम जानकी के भव्य मंदिर का आप दर्शन करेंगे। तपोवन मंदिर परिसर के विकास पर 14 करोड़ से ज्यादा रुपये खर्च किये जा रहे हैं। जरूरत पड़ने पर और भी राशि उपलब्ध करायी जायेगी।

ऐतिहासिक- धार्मिक स्थलों को कर रहे संरक्षित
मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐतिहासिक-धार्मिक स्थलों को संरक्षित और विकसित करने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। तपोवन मंदिर परिसर और आसपास के क्षेत्र का विकास इसी कड़ी का एक अहम हिस्सा है। इस मंदिर को एक प्रतीक के रूप में विकसित किया जा रहा है। इस अवसर पर राज्यसभा सांसद महुआ माजी और श्रीराम -जानकी तपोवन मंदिर समिति तथा श्रीश्री महावीर मंडल निवारणपुर समिति के सदस्यगण मौजूद थे।

Share.

Comments are closed.

Exit mobile version