नवरात्रि का पर्व चल रहा है। नवरात्रि के नौ दिन लोग उपवास रखते हैं। उपवास में कई सारी चीजों का सेवन वर्जित है। लोग उपवास के दौरान फलाहार करते हैं। नमक, दाल, चावल समेत रोजाना खाने जाने वाली चीजों का सेवन नवरात्रि के उपवास में नहीं किया जाता है। इस कारण कई बार उपवास के दौर लोग कमजोर और सुस्त होने लगते हैं। वैसे तो हिंदू धर्म में व्रत रखने को लाभदायक बताया गया है और मेडिकल साइंस में भी व्रत से शरीर को होने वाले तमाम फायदों को प्रमाणित किया गया है लेकिन उपवास के दौरान थोड़ी सी लापरवाही सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकती है। उपवास में शरीर स्वस्थ रखने, हाइड्रेटेड रखने और ऊर्जावान रखने के लिए फलाहार करते समय कुछ बातों का विशेष ध्यान दें। उपवास में ऊर्जावान रहने के लिए फलाहारी खाने में जिन चीजों को शामिल करना चाहिए, उसके बारे में जान लीजिए।

दूध
नवरात्रि के उपवास में स्वस्थ और ऊर्जावान रहने के लिए जरूरी है कि आप लिक्विड का सेवन करें। नवरात्रि के व्रत में दूध या दूध से बनी चीजों का सेवन किया जाता है। ऐसे में रोजाना एक गिलास दूध जरूर पीएं। चाहें तो दूध से बनी रबड़ी, दूध मखाना की खीर आदि का भी सेवन कर सकते हैं। दूध शरीर को भरपूर मात्रा में प्रोटीन देता है, जो आपको नवरात्रि के नौ दिन बिना भोजन के भी कमजोरी नहीं होने देता।

फल
फलों का सेवन स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है। आप केला, सेब, अमरूद, खीरा, संतरा आदि फलों का सेवन कर सकते हैं। रोजाना सुबह या शाम को फल खाएं। चाहे तो ताजे फलो का जूस बनाकर उसका भी सेवन कर सकते हैं। शेक भी अपनी नवरात्रि डाइट में शामिल कर सकते हैं। इससे पेट भरा भरा लगता है और पूरा दिन ऊर्जावान रह सकते हैं।

सूखा मावा
मावा सेहत के लिए फायदेमंद है। आप मावा का हलवा या खीर बनाकर उसका सेवन कर सकते हैं। मखाना, काजू, बादाम या अखरोट आदि का सेवन शरीर को भरपूर पोषण देता है। व्रत में मूंगफली भी खाई जा सकती है। घी में तले मूंगफली और मखाना को आप नाश्ते में खा सकते हैं। चाहें तो उसमें सेंधा नमक मिला लें। हालांकि अगर आप किसी भी तरह का नमक नहीं खाते तो भी मावा का सेवन बिना नमक के कर सकते हैं।

कूट्टू के आटे से बना व्यंजन
व्रत में कुछ सब्जियां खाई जाती हैं। जैसे आलू का सेवन कर सकते हैं। कुट्टू या सिंघाड़े के आटे और आलू के मिश्रण की कचौड़ी, पकौड़ी आदि घी में बनाकर उसका सेवन कर सकते हैं। उबले आलू को फ्राई करके या आलू का सूप बनाकर भी पी सकते हैं।

उपवास में हाइड्रेटेड रहने के लिए पानी पीएं
गर्मी का मौसम है और उपवास में खाली पेट रहने से डिहाइड्रेशन हो सकता है। इसलिए शरीर को पर्याप्त पानी की मात्रा दिया जाना जरूरी होता है। उपवास के समय शरीर को हाइड्रेट रखने के लिए दिन भर में कम से कम 8 गिलास पानी पिएं।

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