पलामू। झारखंड कर्मचारी चयन आयोग की संयुक्त स्नातक स्तरीय परीक्षा के पेपर लीक मामले की जांच कर रही एसआईटी ने रविवार को मेदिनीनगर के रहने वाले पवन किशोर को हिरासत में लिया है। पवन से पूछताछ के बाद उसे रांची ले जाने की तैयारी है।

जांच के दौरान प्रश्न पत्र लीक मामले में पवन किशोर की भी संलिप्तता की बात सामने आई है। हिरासत में पूछताछ के बाद पवन की गिरफ्तारी तय है। पेपर लीक होने के बाद से ही एसआईटी मेदिनीनगर के कोचिंग संचालक रवि किशोर की तलाश कर रही है। रवि किशोर फरार है। एसआईटी की गिरफ्त में आया पवन रवि किशोर का भाई है। पवन कोचिंग संचालन में भाई का सहयोगी भी है। एसआईटी ने रवि किशोर के घर और कोचिंग में छापेमारी की लेकिन वो नहीं मिला।

उल्लेखनीय है कि एक माह पहले भी तहकीकात के लिए एसआईटी पलामू पहुंची थी और कई लोगों से पेपर लीक मामले में पूछताछ किया। इसके बाद शहर के दो युवकों को अपने साथ रांची भी ले गई थी। इनसे पूछताछ के बाद इनकी संलिप्तता नहीं मिलने पर इन्हें छोड़ दिया था।

नाई मुहल्ला का रहने वाला रवि किशोर का नाम सात साल में तीसरी बार परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक करने और नौकरी के सेटिंग मामले में आया है। पहली बार फरवरी 2017 में तत्कालीन सदर एसडीओ नैंसी सहाय ने मैट्रिक और इंटर का प्रश्न पत्र लीक करने के मामले में रवि किशोर को पकड़ा था। इसके नौ माह बाद ही नवंबर में जिला स्तर पर हुए चतुर्थ वर्गीय पदों पर नियुक्ति में बड़ी गड़बड़ी सामने आई थी। तत्कालीन डीसी अमित कुमार ने इस मामले में बड़ी कार्रवाई की थी। चतुर्थ वर्गीय पदों पर सेटिंग के खेल में भी रवि किशोर का नाम आया था।

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