कोलकाता। पश्चिम बंगाल भाजपा ने बेहाला पश्चिम विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत चार स्थानीय पदाधिकारियों को अस्थायी रूप से पार्टी से निष्कासित कर दिया। इन पदाधिकारियों पर रविवार को आयोजित एक सार्वजनिक कार्यक्रम में भाजपा के कोलकाता-दक्षिण लोकसभा क्षेत्र के संगठनात्मक जिलाध्यक्ष अनुपम भट्टाचार्य सहित अन्य नेताओं के साथ दुर्व्यवहार करने का आरोप है।
भाजपा के पश्चिम बंगाल आंतरिक अनुशासन समिति के प्रमुख प्रताप बनर्जी द्वारा जारी पत्रों के अनुसार, इन चारों पदाधिकारियों को सात दिनों के भीतर लिखित रूप से अपना पक्ष रखने को कहा गया है। तब तक, उन्हें पार्टी से अस्थायी रूप से निष्कासित रखा जाएगा। निष्कासित किए गए पदाधिकारियों में जॉय घोष, राणा द्वारी, सुकुमार हाजरा और दिव्येंदु समंता शामिल हैं।
रविवार को बेहाला पश्चिम विधानसभा क्षेत्र में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था, जिसमें अनुपम भट्टाचार्य को कोलकाता-दक्षिण लोकसभा क्षेत्र के नए संगठनात्मक जिलाध्यक्ष के रूप में चुना गया। इसी दौरान, उनके विरोधी गुट के कुछ सदस्यों ने वहां पहुंचकर नवनियुक्त अध्यक्ष और उनके समर्थकों पर निशाना साधना शुरू कर दिया।
बात इतनी बढ़ गई कि दोनों गुटों के बीच झड़प हो गई। जब अनुपम भट्टाचार्य ने मामले को शांत करने की कोशिश की, तो उन्हें भी विरोधियों ने घेर लिया और उन पर काली स्याही फेंक दी। स्थिति इतनी गंभीर हो गई कि स्थानीय पुलिस को मौके पर पहुंचकर हस्तक्षेप करना पड़ा और हालात को काबू में लाना पड़ा। इस घटना को लेकर भाजपा के जिला नेतृत्व ने पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई है।
घटना की जानकारी मिलते ही भाजपा के प्रदेश नेतृत्व ने तत्काल कार्रवाई करते हुए चारों आरोपितों को अस्थायी रूप से निष्कासित करने का फैसला लिया।
गौरतलब है कि इस महीने की शुरुआत में भाजपा ने पश्चिम बंगाल के 43 संगठनात्मक जिलों में से 25 जिलों के अध्यक्षों के नामों की घोषणा की थी, जिनमें 15 नए चेहरे शामिल थे। पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के मुताबिक, बाकी 18 जिलों के अध्यक्षों के नाम जल्द घोषित किए जाएंगे, जिसके बाद पार्टी के नए प्रदेश अध्यक्ष की भी घोषणा होगी।
फिलहाल, पश्चिम बंगाल भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और लोकसभा सांसद सुकांत मजूमदार केंद्र सरकार में राज्य मंत्री के रूप में कार्यरत हैं।