पाकुड़: झारखंड विधानसभा की लिट्टीपाड़ा सीट के लिए रविवार को होनेवाला उप चुनाव कड़ी सुरक्षा के घेरे में होगा। लिट्टीपाड़ा विधानसभा क्षेत्र के सभी 272 बूथों को संवेदनशील माना गया है, इसलिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गये हैं। मतदान के दौरान भयमुक्त और शांतिपूर्ण माहौल बनाये रखने के लिए राज्य पुलिस के अलावा सीआरपीएफ की कई कंपनियों को तैनात किया गया है। सुदूर व दुर्गम स्थानों पर मतदानकर्मियों को सुरक्षा मुहैया कराने के लिए हेलिकॉप्टर की भी व्यवस्था की गयी है।
वीडियो रिकार्डिंग टीम करेगी निगरानी
चुनाव की निगरानी के लिए एक वीडियो रिकॉर्डिंग टीम बनायी गयी है। लिट्टीपाड़ा उपचुनाव में कुल 10 में से 8 प्रत्याशी मैदान में रह गये हैं। इनमें भाजपा के हेमलाल मुर्मू, झामुमो के साइमन मरांडी, झाविमो के क्रिस्टो सोरेन और पांच निर्दलीय शामिल हैं। निर्दलीय उम्मीदवारों में से दो शिवचरण माल्तो और गयालाल देहरी ने शुक्रवार को चुनाव प्रचार खत्म होने के ठीक पहले भाजपा उम्मीदवार हेमलाल मुर्मू के पक्ष में चुनाव मैदान से हटने की घोषणा की है। इससे भाजपा की स्थिति मजबूत हुई है।
माल्तो के आने से बल मिला भाजपा को
गौरतलब है कि शिवचरण माल्तो पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार थे और उन्हें 12,4,34 वोट मिले थे। वह तीसरे स्थान पर रहे थे। कांग्रेस इस बार झामुमो का समर्थन कर रही है, लेकिन माल्तो भाजपा उम्मीदवार के समर्थन में हैं। इस उपचुनाव में मुख्य मुकाबला झामुमो और भाजपा के बीच ही है, लेकिन झाविमो ने इसे त्रिकोण बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। वर्ष 2014 में हुए विधानसभा चुनाव में झाविमो प्रत्याशी 8771 वोट लेकर चौथे स्थान पर रहा था। उस चुनाव में झामुमो प्रत्याशी अनिल मुर्मू ने 67 हजार से अधिक मतों के साथ जीत दर्ज की थी। उनके निधन से ही यह सीट खाली हुई है। डॉ मुर्मू ने उस चुनाव में भाजपा प्रत्याशी साइमन मरांडी को हराया था। इससे पूर्व लिट्टीपाड़ा सीट पर लंबे समय तक काबिज रहे साइमन इस बार घर वापसी के बाद फिर झामुमो के टिकट पर अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। इस उपचुनाव में उन्हें उनके पुराने मित्र भाजपा के हेमलाल मुर्मू कड़ी टक्कर दे रहे हैं। चुनाव परिणाम 13 अप्रैल को आयेगा। उसी दिन पता चलेगा कि लिट्टीपाड़ा में पहली बार कमल खिलता है या फिर तीर धनुष का निशाना लगता है।

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