रांची: झारखंड विधानसभा के 27 अप्रैल को आहुत विधानसभा के विशेष सत्र को बाधित होने से बचाने के लिए सरकार की ओर से क्राइसिस मैनेजमेंट शुरू हो गया है। इसी क्रम में संसदीय कार्य मंत्री सोमवार की शाम हेमंत सोरेन के आवास पर पहुंचे। उन्हें बिल की प्रति सौंपकर सत्र में सहयोग करने का आग्रह किया। पहली बार मंत्री उनके घर पहुंचे थे।
इससे पहले मंत्री सरयू राय ने सत्र को लेकर बैठक की। संबंधित कागजात और बिल की प्रतियां सदस्यों को भिजवायी गयीं।
झामुमो से अपील, सत्र बाधित ना करें : मंत्री सरयू राय ने मौके पर झामुमो से अपील की कि सत्र को बाधित ना करें। उन्होंने कहा कि शिबू सोरेन राज्य के वरिष्ठ नेता हैं। एक बड़ी जमात उन्हें भगवान मानती है। मैं भी उनका आदर करता हूं। अगर उन पर दिये गये बयान से कोई आहत है, तो दूसरे तरीके से विरोध जतायें, सत्र बाधित नहीं करें।
सदन नहीं चलने देने की बात कही है झामुमो ने : रघुवर दास द्वारा दुमका में शिबू सोरेन पर दिये एक बयान से नाराज झामुमो ने 27 अप्रैल के आहुत सत्र को नहीं चलने देने की बात कही थी। इसी के बाद सरकार ने इसे गंभीरता से लेते हुए क्राइसिस मैनेजमेंट का प्रयास शुरू किया है।
झामुमो ने 27 को बुलायी विधायक दल की बैठक : इधर झामुमो ने विधानसभा के विशेष सत्र को लेकर 27 अप्रैल को ही विधायक दल की बैठक बुलायी है। बैठक सुबह 10 बजे से प्रतिपक्ष के नेता हेमंत सोरेन के विधानसभा स्थित कार्यालय कक्ष में होगी। इसमें तमाम विधायकों को उपस्थित होने का निर्देश दिया गया है। इसमें झामुमो अपनी आगे की रणनीति स्पष्ट करेगा।
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