रांची. लॉकडाउन के दौरान परिवहन व्यवस्था बाधित होने से कोल इंडिया की अनुषंगी कंपनी सीसीएल (सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड) के पास 13.95 मिलियन टन कोयले का स्टॉक जमा हो गया है। कोयले का यह स्टॉक मगध आम्रपाली, पीपरवार, एनके एरिया, रजरप्पा और बीएंडके एरिया में जमा है। मांग नहीं होने से कोयला खदानों में खनन रोक दिया गया है।

विशेषज्ञों के अनुसार तय सीमा से अधिक कोयले का स्टॉक जमा भी नहीं किया जा सकता है, क्योंकि ऑक्सीडेशन होने से उसमें आग लग जाती है। कोई पॉवर प्रोजेक्ट भी कोयला लेने को तैयार नहीं है। कोयले की 82 फीसदी खपत पॉवर प्रोजेक्ट में होती है। लेकिन कोई भी पॉवर प्रोजेक्ट भी कोयला लेने को तैयार नहीं है। लोडिंग-अनलोडिंग नहीं होने से कोयला बाहर नहीं जा पा रहा है। लॉक डाऊन से पहले सीसीएल की 32 साईडिंग से हर रोज 40 से 42 रैक की लोडिंग होती थी, जो घटकर 12-13 रैक ही रह गई है।

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