• डॉक्टर्स बोले- लॉकडाउन की अवधि बढ़ायें, सोशल डिस्टेंस ही बचाव का माध्यम
    आजाद सिपाही संवाददाता
    रांची। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि कोरोना संकट में डॉक्टरों की भूमिका महत्वपूर्ण है। डॉक्टरों का सुझाव, इस महायुद्ध में बड़ी भूमिका निभायेगा। सरकार ने संक्रमण के इस दौर में सामाजिक सुरक्षा को मजबूत कर लिया है, लेकिन स्वास्थ्य सुविधाओं एवं संसाधनों में हम कुछ पीछे हैं। लेकिन हमें मिलकर तय करना है कि कैसे सीमित संसाधनों से बेहतर परिणाम दें। संसाधन कम हैं, जबकि आत्मबल बहुत है। सीएम ने उक्त बातें बुधवार को प्रोजेक्ट भवन में राज्य के प्रमुख चिकित्सकों और अधिकारियों संग बैठक करते हुए कही। मौके पर चिकित्सकों ने सुझाव दिया कि झारखंड में लॉकडाउन की अवधि को बढ़ाया जाये। सोशल डिस्टेंस और मास्क का उपयोग सुरक्षा के सही उपाय हैं, क्योंकि हमें सीमित स्वास्थ्य संसाधनों में बेहतर कार्य करना है।
    कालाबाजारी पर सरकार का पूरा ध्यान
    सीएम को बैठक में चिकित्सकों ने जानकारी दी कि स्वास्थ्य से संबंधित दवाओं के दाम बढ़ गये हैं। सीएम ने चिकित्सकों को आश्वस्त किया कि टीम बना कर कालाबाजारी रोकी जायेगी। आप सभी इसकी जानकारी सरकार को दें, जिससे कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ सरकार कड़े फैसला ले सके।
    लॉकडाउन चुनौती है, हम सामना कर रहे हैं
    मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड में लॉकडाउन चुनौती है, जिसका हम सामना कर रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में लॉकडाउन का पालन पूरी तरह से हो रहा है, लेकिन शहरी क्षेत्र में लोग पूरी तरह से पालन नहीं कर रहे हैं। राज्य के करीब 7 लाख लोग महाराष्ट्र, दिल्ली, केरल, तमिलनाडु समेत अन्य राज्यों में फंसे हैं। लॉकडाउन के बाद जब फंसे हुए लोग आयेंगे तो एक अलग चुनौती का सामना हमें करना होगा। फंसे हुए लोगों को वहां की राज्य सरकार भरसक मदद करने का प्रयास कर रही है। राज्य में लॉकडाउन समाप्त करने पर सरकार परिस्थितियों का आकलन कर समाप्त या जारी रखने का निर्णय लेगी। सीएम ने यह भी कहा कि झारखंड को नैसर्गिक वरदान है कि यहां के दूरदराज के क्षेत्रों में छोटे-छोटे गांव बसे हैं, जहां आबादी काफी कम है। ऐसे गांवों में संक्रमण का खतरा कम रहता है।
    संघीय ढांचा मजबूत है
    सीएम ने कहा कि इस महामारी में हमारा संघीय ढांचा की मजबूती उभर कर सामने आयी है। अलग-अलग राज्यों के मुख्यमंत्री से बात होती है। वहां फंसे राज्य के लोगों तक मदद पहुंचा रहे हैं। सीएम ने केंद्र सरकार से मदद के सवाल पर कहा कि इस महामारी में सभी कोई एकजुट है। सीएम ने कहा कि अलग से डॉक्टरों की एडवाइजरी कमेटी बनायी जायेगी। इस कमेटी में कौन-कौन डॉक्टर्स होंगे, यह खुद डॉक्टर्स तय कर के एक लिस्ट सरकार को उपलब्ध करा दें।
    सुझावों को लागू करेंगे
    स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि चिकित्सकों का ग्रुप बना कर विचारों को साझा करेंगे। वर्तमान सरकार चिकित्सकों के चेहरे पर मुस्कान लायेगी। स्वास्थ्य संसाधनों को उपलब्ध कराने की दिशा में कार्य होगा। बैठक में डॉ अमर कुमार सिंह, डॉ अजय कुमार सिंह, डॉ प्रदीप कुमार सिंह, डॉ बीपी कश्यप, डॉ भारती कश्यप, डॉ इकबाल, डॉ संजय कुमार जायसवाल, डॉ विजय मिश्रा, डॉ राजेश कुमार, डॉ नितेश, डॉ पीएन सिंह और अन्य चिकित्सकों ने अपने सुझाव दिये।
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