आजाद सिपाही संवाददाता
रांची। झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में शनिवार को अपने कार्यकाल के पांच साल पूरे कर लिये। इस अवसर पर उन्होंने सोशल मीडिया में अपनी तस्वीर शेयर की और कहा कि 18 अप्रैल 2015 को मुझे झामुमो का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। उस दिन से लेकर आज तक मैंने अपनी हर जिम्मेवारी का निर्वहन पूरी मेहनत और ईमानदारी के साथ किया है। समस्त झारखंडवासियों के साथ, विश्वास और अपनेपन कारण ही मेरा वजूद है। इसके लिए हरेक झारखंडी का मैं हमेशा आभारी रहूंगा। इस अवसर पर जो दो तस्वीरें उन्होंने शेयर की हैं, उनमें एक में वे हाथ जोड़े प्रणाम की मुद्रा में नजर आ रहे हैं, वहीं दूसरी तस्वीर में वे अपने पिता शिबू सोरेन और मां रूपी सोरेन से आशीर्वाद लेते नजर आ रहे हैं।
11वें अधिवेशन में दुबारा बने कार्यकारी अध्यक्ष
मई 2018 में धनबाद के मैथन में हुए 11वें अधिवेशन में शिबू सोरेन को फिर से पार्टी का अध्यक्ष और हेमंत को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया था। इस अधिवेशन में शिबू सोरेन के नाम का प्रस्ताव सविता महतो और हेमंत का प्रस्ताव स्टीफन मरांडी ने रखा। इस अधिवेशन में शिबू सोरेन लगातार नौवीं बार पार्टी के अध्यक्ष और हेमंत दूसरी बार कार्यकारी अध्यक्ष चुने गये।
दूसरी दफा संभाल रहे मुख्यमंत्री का दायित्व
हेमंत सोरेन दूसरी दफा झारखंड के मुख्यमंत्री का दायित्व संभाल रहे हैं। पहली दफा वे 13 जुलाई 2013 को झारखंड के मुख्यमंत्री बने थे। कांग्रेस के सहयोग से मुख्यमंत्री बने हेमंत इस पद पर 23 दिसंबर 2014 तक ही रह पाये थे। इसके बाद दिसंबर 2015 से दिसंबर 2019 तक उन्होंने विपक्ष के नेता के रूप में अपनी भूमिका का निर्वाह किया। दिसंबर में हुए विधानसभा चुनाव में उनके नेतृत्व में महागठबंधन झारखंड में सरकार बनाने में सफल रहा। 29 दिसंबर को झारखंड के 11वें मुख्यमंत्री के रूप में हेमंत सोरेन ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।