गुमला जिले के बिशुनपुर थाना क्षेत्र के टेमरकरचा गांव में सड़क निर्माण कार्य में लगे आठ वाहनों व मशीनों को जलाने का खुलासा गुमला पुलिस ने कर लिया है. घटना में संलिप्त आरोपी अजय उरांव उर्फ संजय उरांव को केरल से गिरफ्तार किया है. आऱोपी के पास से पुलिस ने एक देशी कट्टा, जिंदा गोली औऱ पीएलएफआई का पर्चा बरामद किया है. लोहरदगा जिले के कैरो थाना क्षेत्र के तोरांग निवासी अजय उरांव करीब डेढ़ माह पूर्व केरल गया था, वहां मजदूरी का काम करता था. केरल में नाम बदलकर रह रहा था, वहां लोग उसे दिलजल उरांव नाम से पहचानते थे. आरोपी वही से पीएलएफआई के संपर्क में रहता था और लेवी की मांग करता था. अजय उरांव पूर्व में लोहरदगा के कुडु थाना में दर्ज आर्म्स एक्ट के एक मामले में पूर्व में जेल जा चुका है.
घटना के बाद पुलिस मामले की जांच शुरू की तो अजय उरांव और उसके साथियों द्वारा दहशत फैलाने के लिये आगजनी की घटना को अंजाम दिया गया था. आरोपी को केरल से गिरफ्तार कर पुलिस गुमला लेकर आयी. पूछताछ में अजय उरांव ने घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकर की है, उसने पुलिस को अपने सहयोगी के रूप में रांची के चान्हो थाना क्षेत्र स्थित बलसोकरा निवासी कृष्णा यादव उर्फ सुलतान का नाम बताया है. पुलिस उस आरोपी को गिरफ्तार करने के लिये संभावित ठिकाने पर छापेमारी करने में जुटी है.
सड़क निर्माण में लगे कई वाहन और मशीन में आगजनी
गुमला जिले के बिशुनपुर थाना क्षेत्र के टेमरकरचा गांव में 10 अप्रैल को सड़क निर्माण कार्य में लगे आठ वाहनों व मशीनों को आगजनी की घटना को अंजाम दिया गया था. सड़क निर्माण में लगे पांच हाइवा, दो रोलर और एक पेवर वाहनों को जलाया गया. उग्रवाद प्रभावित टेमरकरचा गांव में सड़क निर्माण का कार्य सत्या कंस्ट्रक्शन द्वारा कराया जा रहा है. आधा दर्जन उग्रवादी घटना को अंजाम दिया था. दिनदहाड़े दोपहर करीब 3 बजे आगजनी की इस घटना को अंजाम दिया गया था.