-नियोजन नीति के विरोध में सीएम आवास का घेराव करने जा रहे थे छात्र
-दर्जनों छात्र नेता गिरफ्तार, कल झारखंड बंद का आह्वान
आजाद सिपाही संवाददाता
रांची। झारखंड स्टेट स्टूडेंट्स यूनियन के बैनर तले आयोजित सीएम आवास का घेराव कार्यक्रम सोमवार को पूरा हुआ। छात्रों ने सीएम हाउस के सबसे करीबी चौक तक पहुंच हंगामा किया। पहले से तय आंदोलन को देखते हुए पुलिस प्रशासन की योजना छात्रों को मोरहाबादी में ही रोकने की थी, पर छात्र कांके रोड राम मंदिर चौक तक पहुंच गये। मोरहाबादी से छात्रों का दल छात्र नेता मनोज यादव और आदिवासी छात्र संघ प्रमुख अमनदीप मुंडा के नेतृत्व में आगे बढ़ा। पहले आंदोलनरत छात्र आॅक्सीजन पार्क वाली सड़क से सीएम हाउस की ओर से बढ़े, लेकिन वहां उन्हें रोक दिया गया। इसके बाद वे रेडक्रॉस वाली सड़क की ओर आये। यहां उन्हें मोरहाबादी टीओपी के पास रोक दिया गया। छात्रों ने यहां जम कर नारेबाजी की। उन्होंने पहले तो बैरिकेडिंग तोड़ने की कोशिश की। एसडीएम की ओर से घोषणा किये जाने के बाद वे आॅक्सीजन पार्क के पीछे खेत और गली वाले रास्ते से कांके रोड राम मंदिर चौक पहुंचे। यहां पहले से तैनात सिटी एसपी सहित अन्य अधिकारियों ने उन्हें रोक दिया। इस दौरान कांके रोड को जोड़नेवाली सभी सड़कों में जाम लग गया। छात्रों और प्रशासन के बीच यहां लगभग एक घंटे तक रस्साकशी चली। पुलिस प्रशासन ने कड़ा रुख अपनाते हुए छात्रों को कई बार खदेड़ा।
धरने पर बैठ गये आंदोलनकारी छात्र
प्रशासन की ओर से सख्ती बरते जाने के बाद सभी आंदोलनकारी छात्र चौक पर ही धरने पर बैठ गये। पहले तो यहां पुलिस अधिकारियों ने आंदोलनकारी छात्रों को समझाया। इस दौरान धक्का-मुक्की भी हुई। इस दौरान एक छात्र का सिर भी फूट गया। आंदोलनरत छात्रों का कहना है कि पुलिस की लाठी से उसका सिर फूटा है। इसके बाद पुलिस ने कई आंदोलनकारी छात्रों को हिरासत में लेकर कैंप जेल भेज दिया। आंदोलनरत छात्रों का कहना है कि छात्र नेता देवेंद्र नाथ महतो और मोतीलाल महतो को ओरमांझी थाना ले जाया गया है। इनके अलावा मनोज यादव, देवेंद्रनाथ यादव, मोतीलाल यादव, बेबी महतो, योगेश भारती, अमनदीप मुंडा सहित कई अन्य को भी गिरफ्तार किया गया है।
जिला मुख्यालयों में मशाल जुलूस आज, कल बंद
19 अप्रैल के झारखंड बंद को सफल बनाने के लिए 18 अप्रैल को जिला और प्रखंड मुख्यालयों में मशाल जुलूस निकाला जायेगा। 19 अप्रैल को सुबह से सड़क पर उतर कर झारखंड बंद को सफल बनाने का प्रयास होगा। आकस्मिक सेवा को बंद से मुक्त रखा जायेगा। यह जानकारी आंदोलनकारियों की ओर से दी गयी।
क्यों आंदोलन कर रहे युवा
राज्य सरकार ने नियुक्ति के लिए जो नीति बनायी है, उसे छात्र राज्य हित में नहीं मान रहे हैं। उनका कहना है कि अगर इस नीति के अनुसार नियुक्तियां हुईं, तो राज्य के युवाओं की नियुक्ति में सेंधमारी हो जायेगी। राज्य सरकार को ऐसी नियोजन नीति बनानी चाहिए, जो यहां के युवाओं को नौकरी सुनिश्चित कर सके।