रांची। कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की ने कहा कि कांग्रेसी ही आदिवासी पहचान, सम्मान और सही अर्थों में विकास को बरकरार रख सकती है। आज देश में आदिवासी अस्मिता के साथ ही आदिवासी पहचान की स्थिति कायम रखने की पृष्ठभूमि में कांग्रेस का सबसे महत्वपूर्ण हाथ है, जिसने न केवल वन संरक्षण अधिनियम, वन अधिकार कानून जैसे अनेक संवैधानिक प्रावधान किये, बल्कि जमीनी स्तर पर जितनी भी विकास योजनाएं संचालित हैं, उसमें से अधिकांश कांग्रेस की ही देन है। लोहरदगा लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत मांडर विधानसभा क्षेत्र के मांडर प्रखंड के बूढाखुखरा मैदान में आयोजित चुनावी सभा को संबोधित करते हुए श्री तिर्की ने आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में काम कर रही सरकार केवल आपसी भेदभाव, महंगाई, बेरोजगारी आदि को बढ़ावा देकर देश में एक वैसा वातावरण कायम करना चाहती है, जिसका फायदा केवल और केवल प्रधानमंत्री के कुछेक उद्योगपति मित्रों को हो। श्री तिर्की ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने देश भर में जिस वातावरण को कायम कर दिया है, उसका खामियाजा देश के आदिवासियों, अनुसूचित जाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यकों आदि के साथ ही सभी लोगों को भुगतना पड़ रहा है।
लोहरदगा लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार सुखदेव भगत ने कहा कि आदिवासियों के स्वभाव में सच के लिए लड़ना है और उनके लिए यह चुनौती के साथ जीने-मरने का प्रश्न भी है। श्री भगत ने कहा कि मांडर के साथ ही लोहरदगा लोकसभा क्षेत्र में सभी लोग सच्चे मन से लड़ने को तैयार हैं। विधायक शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव न केवल झारखंड बल्कि देश के ख्याल से भी बहुत चुनौतीपूर्ण और महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि वैसी धर्मनिरपेक्ष सरकार की जरूरत है, जो सभी को समान नजरिये से देखे।
इनकी रही मौजूदगी
शहजादा अनवर, संजय तिग्गा, तबारक खान, आबिद अंसारी, सरिता तिग्गा, पेतरूस खलखो, जुएल तिग्गा, बेलस तिर्की, शिवकुमार भगत, एम तौसीफ, तौसीफ आलम, जमील मलिक, निसार अहमद सहित अन्य ने संबोधित किया।

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