जिला पुलिस के अलावा स्पेशल फोर्स की तैनाती की जायेगी
रांची। रामनवमी के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को लेकर शनिवार को हाइलेवल मीटिंग हुई। गृह सचिव की अध्यक्षता में हुई बैठक में झारखंड के डीजीपी के साथ-साथ मुख्यालय के वरीय अधिकारी मौजूद रहे। जबकि सभी जिलों के डीसी और एसपी वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से बैठक में जुड़े। शनिवार को गृह सचिव वंदना दादेल की अध्यक्षता में रामनवमी की सुरक्षा को लेकर की जा रही तैयारियों की समीक्षा की गयी। समीक्षा के दौरान राज्य के सभी जिलों के डीसी और पुलिस अधीक्षकों ने अपने-अपने जिलों में रामनवमी को लेकर की गयी तैयारी का पूरा प्लान गृह सचिव और डीजीपी के सामने रखा। डीजीपी अजय कुमार सिंह ने बताया कि झारखंड में रामनवमी की सुरक्षा को लेकर पुलिस मुख्यालय के द्वारा सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किये जा रहे हैं खासकर सभी संवेदनशील जिलों विशेष रूप से अलर्ट रहने का निर्देश जारी किया गया है।
डीजीपी ने बताया कि राज्य के वैसे संवेदनशील जिले जहां पूर्व में सांप्रदायिक तनाव के मामले सामने आये हैं, वहां जिला पुलिस के अलावा स्पेशल फोर्स की तैनाती भी की जायेगी। डीजीपी के अनुसार सभी जिलों में पुलिस असामाजिक तत्वों पर विशेष नजर रखेगी, वहीं सभी जिलों को आदेश दिया गया है कि सभी वर्गों के गणमान्य लोगों के संपर्क में रहें ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके। रामनवमी को लेकर रांची, जमशेदपुर, धनबाद, पलामू, गिरिडीह, हजारीबाग जिले के एसपी को विशेष तौर पर अलर्ट रहने का निर्देश दिया गया है।
डीजीपी के अनुसार राज्यभर के सांप्रदायिक तत्वों को चिह्नित किया जा रहा है सभी जिलों में उन लोगों की सूची बनायी जा रही है जो सांप्रदायिक कांडों में संलिप्त रहे हैं। ऐसे कांडों में शामिल लोगों पर पुलिस ने थाना स्तर पर क्या कार्रवाई की है, इसके बारे में भी जानकारी जुटायी जा रही है। पूर्व में हुए झड़प के दौरान उत्पात में शामिल असामाजिक तत्वों के बारे में भी सभी थानों से जानकारी ली जा रही है। ऐसे लोगों को चिह्नित कर उनपर निरोधात्मक कार्रवाई की जा रही है। घटना की वजह और उसकी पृष्ठभूमि में शामिल लोगों के बारे में भी जानकारी इकठ्ठा की जा रही है।