केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा भी शामिल हुएण् श्री मुंडा ने कहा कि जल, जंगल, जमीन से आदिवासियों का अन्योन्याश्रय संबंध है। अब समय आ गया है कि हमें यह समझना होगा कि प्रकृति को बचाना कितना महत्वपूर्ण है। पूरे विश्व में ग्लोबल वार्मिंग की समस्या के समाधान का एक उदाहरण आदिवासी समाज की जीवनशैली भी है, क्योंकि आदिवासी समाज प्रकृति की पूजा करते हैं।

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