-राज्यस्तरीय टीम ने दूसरे दिन भी किया निरीक्षण
रांची। राज्य शिक्षा परियोजना निदेशक आदित्य रंजन के निर्देशानुसार गठित राज्यस्तरीय अनुश्रवण दल के पदाधिकारियों ने मंगलवार को दूसरे दिन भी राज्य के विभिन्न जिलों के सरकारी स्कूलों का औचक निरीक्षण किया। एनइपी के निरीक्षण में गये पदाधिकारियों द्वारा दूसरे दिन लापरवाही बरतने और राज्य शिक्षा परियोजना के निर्देशों की अवहेलना करने के मामले में कई शिक्षकों और स्कूलों के एचएम को शोकॉज नोटिस जारी किया गया है।
जिलेवार समीक्षा के दौरान पदाधिकारियों ने शिक्षकों, प्रधानाध्यापकों और वार्डन को स्कूलों में प्रोजेक्ट इंपैक्ट के अनुपालन में लापरवाही बरतने के मामले में फटकार लगाते हुए 15 दिन के अंदर स्कूलों की स्थिति में सुधार लाने का निर्देश दिया। राज्यस्तरीय अनुश्रवण दल के अभियान की मॉनिटरिंग करते हुए राज्य शिक्षा परियोजना निदेशक आदित्य रंजन ने लापरवाही बरत रहे स्कूलों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की अनुशंसा करने का निर्देश दिया है। साथ ही निरीक्षण के बाद स्कूलों में बदलाव की समीक्षा का भी निर्देश दिया है। राज्य शिक्षा परियोजना निदेशक द्वारा निरीक्षण किये गये स्कूलों में कार्य प्रगति का मई माह में पुन: आंकलन कर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया गया है।

चार स्कूलों के विरुद्ध शोकॉज जारी
जिलावार अनुश्रवण कर रहे पदाधिकारियों ने चार स्कूलों के एचएम के विरुद्ध कदाचार और अनुशासनहीनता के मामले में कार्रवाई की अनुशंसा राज्य शिक्षा परियोजना निदेशक को भेज दी है। जिन स्कूलों के विरुद्ध कार्रवाई की अनुशंसा भेजी गयी है, उनमें जिला स्कूल दुमका, आरके माध्यमिक स्कूल नाला, राजकीयकृत प्लस टू उच्च विद्यालय भंडरिया, प्लस टू हाइ स्कूल गिरिडीह शामिल है। चारों स्कूलों के एचएम के विरुद्ध शोकॉज जारी कर दिया गया है।

14 शिक्षकों का रुका वेतन, अब विभागीय कार्रवाई
कार्य में लापरवाही बरतने और निदेर्शों की अवहेलना करने के मामले में राजकीयकृत प्लस टू उच्च विद्यालय भंडरिया के 14 शिक्षकों के वेतन को अगले आदेश तक रोकने का आदेश दिया गया है। इस स्कूल के एचएम के विरुद्ध भी कार्रवाई की गयी है। औचक निरीक्षण के दौरान टीम ने इन्हें शैक्षणिक कदाचार के मामले में दोषी पाया। निरीक्षण के दौरान स्कूल में मौजूद सभी शिक्षक कक्षा संचालन के बजाये प्रभारी प्रधानाध्यापक के कक्ष में गप मारते देखे गये। कक्षा 12 में उपस्थित केवल 8 छात्रों को एक शिक्षिका द्वारा पढ़ाया जा रहा था। सभी शिक्षकों के विरुद्ध अनुशासनहीनता के मामले में रिपोर्ट भेजी गयी, जिसके बाद एक्शन लेते हुए राज्य शिक्षा परियोजना द्वारा सभी 14 शिक्षकों और प्रभारी प्रधानाध्यापक के वेतन को अगले आदेश तक रोकने का आदेश जारी किया गया है। इन शिक्षकों के विरुद्ध नियमानुसार विभागीय कार्रवाई भी सुनिश्चित करने का आदेश दिया गया है।

Share.

Comments are closed.

Exit mobile version