रांची। प्रकृति पर्व सरहुल के जुलूस के दौरान एक आपत्तिजनक झांकी निकालने पर 26 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। केंद्रीय सरना समिति की ओर से निकाली गयी झांकी के मामले में जिला प्रशासन की ओर से रांची के कोतवाली थाने में आचार संहिता उल्लंघन का मामला दर्ज किया गया है। मजिस्ट्रेट विनय कुमार के बयान पर कोतवाली थाना में केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष समेत कई लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है। जिस पर शुक्रवार को जेएमएम के केंद्रीय महासचिव सह प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि इस बार सरहुल विशिष्ट रूप से सामने आया था। रांची की सड़कों पर आदिवासी समाज के लोगों का पूंजीपतियों के खिलाफ आक्रोश देखने को मिला। वन कानून संशोधन के खिलाफ लोगों ने सरहुल का त्योहार मनाया। देश में पेड़ों को काटा जा रहा है। जंगलों को समाप्त किया जा रहा है। आदिवासी हैं तभी जल और जंगल हैं।
सरना धर्म कोड पर बीजेपी की क्या है मंशा
आदिवासी/सरना धर्म कोड विधानसभा से पारित कर राजभवन भेजा गया। लेकिन उसे वापस भेज दिया जाता है। केंद्र सरकार की मंशा क्या है, बीजेपी को बताना चाहिए। पहले महाराष्ट्र के जंगल को समाप्त किया गया और अब हमारे राज्य के सारंडा पर नजर है। अब लोग पूछ रहे हैं कि यह चंदा चोर कौन है। आम आदमी को पैसा निकालने में आधा घंटा लगता है। लेकिन चंदा चोरों का काम तुरंत हो जाता है।