इस्लामाबाद। पाकिस्तान में अवैध रूप से रह रहे अफगान शरणार्थियों की स्वदेश वापसी की प्रक्रिया आज शुरू होगी। इन लोगों के स्वैच्छिक वापसी के लिए 31 मार्च की समय सीमा समाप्त हो गई है। खैबर पख्तूनख्वा गृह विभाग से जुड़े सूत्रों ने बताया कि अफगान शरणार्थियों को आज से अफगानिस्तान वापस भेजा जाएगा।
जियो न्यूज चैनल की खबर में इसका विवरण देते हुए कहा गया कि संघीय सरकार ने पिछले सप्ताह तालिबान सरकार के अनुरोध के बावजूद समय सीमा में किसी भी तरह के विस्तार के खिलाफ फैसला किया था। सरकार ने विदेशी नागरिकों से संबंधित विदेशी राष्ट्रीय सुरक्षा सेल के डैशबोर्ड को अपडेट करने के लिए 27 मार्च तक प्रांतीय सरकार से खैबर पख्तूनख्वा में अफगान छात्रों का रिकॉर्ड भी मांगा था।
अवैध रूप से रह रहे अफगान शरणार्थियों को निष्कासित करने की नीति मुल्क में बढ़ते आतंकवादी हमलों के बीच सुरक्षा स्थिति को बेहतर बनाने के प्रयासों के हिस्से के रूप में आई है। इस्लामाबाद ने बार-बार अफगान क्षेत्र से संचालित आतंकवादी समूहों को दोषी ठहराया है। रेडियो पाकिस्तान ने आज बताया कि अब तक पाकिस्तान में अवैध रूप से रह रहे 878,972 अफगान अपने देश लौट चुके हैं। इस बीच, मानवाधिकार निगरानी संस्था एमनेस्टी इंटरनेशनल ने पाकिस्तान से देश में रह रहे अवैध अप्रवासियों और अफगान नागरिकों के निष्कासन के संबंध में अपनी अपारदर्शी अवैध विदेशी प्रत्यावर्तन योजना को वापस लेने का आग्रह किया है।
पेशावर में किसी भी अन्य शहर की तुलना में सबसे अधिक संख्या में अफगान नागरिक रहते हैं। उनमें से हजारों लोग अपना खुद का व्यवसाय कर रहे हैं जबकि अन्य पिछले कई दशकों से शहर में नौकरी कर रहे हैं। वे स्थानीय आबादी के साथ कई शहरी, उपनगरीय और ग्रामीण इलाकों में रह रहे हैं।