खूंटी: तोरपा प्रखंड की ओकड़ा पंचायत की मुखिया पुष्पा भेंगरा पर जानलेवा हमला करने के सभी छह आरोपियों को पुलिस ने घटना के महज छह घंटे के अंदर गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से एक रेगुलर दो नाली बंदूक, एक देसी लोडेड पिस्टल, जिंदा कारतूस, तीन बाइक और छह मोबाइल के अलावा कई बैंकों के एटीएम कार्ड भी बरामद किये गये हैं। अपने कार्यालय में आयोजित पे्रस कॉन्फ्रेंस में एसपी अश्विनी कुमार सिन्हा ने बताया कि गिरफ्तार अपराधियों में मुख्य सूत्रधाार और साजिश कर्ता जगदीश महतो के अलावा गोली चालन में शामिल रूपचंद महतो, संजय कुमार महतो, मोहन महतो(सभी ग्राम पंडरा थाना तोरपा निवासी) और लापुंग देवगांव का सुदर्शन महतो शामिल हैं। एसपी ने बताया कि घटना के तुरंत बाद खूंटी एसडीपीओ रणवीर सिंह, तोरपा के एसडीपीओ नाजीर अख्तर और खूंटी इंस्पेक्टर सह थाना प्रभारी अहमद अली के नेतृत्व में तीन अलग-अलग टीमों का गठन कर छापामारी अभियान शुरू किया गया।
इंस्पेक्टर अहमद बली के नेतृत्व वाली टीम ने रोड़ो गांव के पूरब में स्थित जंगल में छापामारी कर चार अपराधियों को गिरफ्तार किया गया। उनकी निशानदेही पर मुख्य सूत्रधार जगदीश महतो को खूंटी के मोहना टोली से गिरफ्तार किया गया। प्रेस कॉन्फ्रेंस में खूंटी व तोरपा के एसडीपीओ क्रमश: रणवीर सिंह व नाजीर अख्तर और दोनों इंस्पेक्टर अहमद अली व सरोज कुमार सिंह भी मौजूद थे।
बदले की भावना से मुखिया को मारने का किया प्रयास
खूंटी: हमले के कारणों के संबंध में एसपी श्री सिन्हा ने कहा कि 13 जनवरी 2017 को पंडरा गांव के निवासी दिलीप महतो की गोली मार कर हत्या कर दी गयी थी। दिलीप के रिश्तेदारों को आशंका थी कि दिलीप की हत्या के पीछे मुखिया पुष्पा भेंगरा का हाथ है। दिलीप महतो ओकड़ा पंचायत की उप मुखिया तेतरी देवी का पति था। बदले की भावना से चार अपराधियों रूपचंद महतो, संजय कुमार महतो, मोहन महतो 24 मई(कल) को जापुत जंगल के पास मुखिया पुष्पा भेंगरा को स्कूटी से खींच कर एक खेत में ले गये और गोली मार दी और मरा समझ कर उसे वहीं छोड़ कर भाग गये। घायल अवस्था में ही मुखिया किसी प्रकार अपनी स्कूटी के पास पहुंची और स्कूटी चला कर रोड़ो गांव तक पहुंची। ग्रामीणों की मदद से उन्हें पहले सदर अस्पताल और बाद में रिम्स में भर्ती कराया गया। फिलहाल उनका इलाज रिम्स में चल रहा है।