रांची: रांची पुलिस के समक्ष सरेंडर करने के बाद कुंदन को शुक्रवार की सुबह रांची के धुर्वा स्थित सीआरपीएफ कैंप में लाया गया है। धुर्वा में ही कुंदन से पुलिस पूछताछ कर रही है। इसके साथ ही सभी ग्रामीण क्षेत्र के डीएसपी एवं थानेदार समेत सभी बड़े आइपीएस अधिकारी पूछताछ कर रहे हैं। उसकी निशानदेही पर पूरे झारखंड भर में छापामारी अभियान चलाया जा रहा है। तमाड़, बुंडू समेत तमाम नक्सली ठिकानों पर छापामारी कर पुलिस ने कई हथियार बरामद किये हैं। कुंदन के साथ उसके दो साथियों ने भी सरेंडर किया है। पुलिस 15 मई तक मीडिया के सामने लायेगी।
ओपेन जेल में रखा जायेगा कुंदन को
सरेंडर के बाद कुंदन पाहन को तमाम सुख सुविधा देने का इंतजाम पुलिस ने कर दिया है। बताया जा रहा है कि कुंदन को ओपेन जेल में रखा जायेगा। इसमें अपराधियों के हाथ में किसी भी प्रकार की हथकड़ी या बेड़ी नहीं लगायी जाती है। कुंदन को जेल के सबसे सेफ जोन में रखा जायेगा। उसकी सुरक्षा का पूरा ध्यान रखने का जिम्मा रांची पुलिस को विशेष तौर पर दिया गया है।
कुंदन को लेकर उसके गांव पहुंची पुलिस
पुलिस की शरण में पहुंचे कुंदन को लेकर पुलिस उसके गांव गयी थी। पुलिस ने वहां कई ठिकानों पर छापामारी भी की है। सरेंडर के संबंध में बताया गया कि कुंदन को सरेंडर करवाने के पीछे रांची पुलिस के एक सिपाही की अहम भूमिका रही है। कुंदन पूर्व में भी दो बार सरेंडर करने को तैयार था। एक बार तो एसएसपी प्रभात कुमार के रांची रहने के दौरान कुंदन सरेंडर करने के लिए जंगल में पुलिस के समक्ष पहुंचा था, लेकिन किसी गलतफहमी को लेकर नक्सलियों ने गोली चला दी थी और कुंदन फरार हो गया था। इसके बाद कुंदन ने एक बार फिर सरेंडर करने का प्लान बनाया था, लेकिन नोटबंदी के कारण वह बैक हो गया था। बताया गया कि नोटों को बदलवाने के लिए कुंदन वापस लौट गया। कुंदन पिछले दो वर्षोंं से पुलिस के संपर्क में था। कई बड़े अधिकारियों के साथ उसकी बातचीत हो रही थी।