नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि कोरोना के कारण लगे लॉकडाउन के चलते विदेशों में फंसे भारतीय को 7 मई से वापस लाने की प्रक्रिया शुरू की जायेगी। हर सप्ताह 64 उड़ानों का संचालन किया जायेगा।

जानकारी के अनुसार भारतीय छात्रों समेत करीब 14 हजार 800 लोगों को वापस लाने की तैयार की जा रही है। इसके लिए हर दिन करीब 2000 लोगों को लाने की योजना है। सफर के पहले सभी यात्रियों की मेडिकल जांच की जायेगी। अगर किसी को भी खांसी, बुखार या सर्दी के लक्षण पाये जायेंगे तो उन्हें यात्रा की अनुमति नहीं दी जायेगी।

यात्रा के दौरान, इन सभी यात्रियों को स्वास्थ्य मंत्रालय और नागरिक उड्डयन मंत्रालय द्वारा जारी किए गये प्रोटोकॉल का पालन करना होगा। भारत आने के बाद इन लोगों को 14 दिनों तक अस्पताल या किसी अन्य स्थान पर क्वारंटीन में रखा जायेगा।

64 उड़ानों में यूएई से 10 उड़ानें, कतर- 2, सऊदी अरब- 5, यूके- 7, सिंगापुर- 5, यूनाइटेड स्टेट्स -7, फिलीपींस- 5, बांग्लादेश- 7, बहरीन – 2, मलेशिया -7, कुवैत- 5, और ओमान से 2 उड़ाने संचालित होंगी।

हरदीप सिंह पुरी ने बताया कि:

  • यात्रा के लिए निर्धारित दर लंदन-मुंबई के लिए 50,000 रुपये होगी,
  • लंदन से अहमदाबाद, लंदन से बंगलुरू और लंदन से दिल्ली के लिए भी 50,000 रुपये ही होगी।
  • शिकागो-दिल्ली-हैदराबाद के लिए यात्रा दर लगभग एक लाख रुपये होगी। सभी लोगों को प्लेन का किराया खुद ही देना होगा।

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