मुंबई: कोरोना महामारी से जूझ रहे महाराष्ट्र में सियासी हलचल फिर शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अपने आधिकारिक निवास वर्षा में सहयोगियों की बैठक बुलाई है। इस मीटिंग पर हर किसी की नजर जा टिकी है। ताबड़तोड़ बैठकें और सियासी दिग्गजों की हालिया मुलाकात से हर किसी के जेहन में यही सवाल उठ रहा है कि क्या एक बार फिर से उद्धव ठाकरे की सीएम की कुर्सी पर खतरा मंडरा रहा है? क्या एक बार फिर एनसीपी चीफ शरद पवार चौंकाएंगे? क्या राहुल गांधी की चुप्पी उद्धव ठाकरे पर भारी पड़ेगी?

शिवसेना के मुखपत्र सामना ने बुधवार को अपने संपादकीय में लिखा कि महाराष्ट्र में सरकार स्थिर है. शिवसेना का बयान उस समय आया है, जब एनसीपी चीफ शरद पवार ने पहले राज्यपाल बीएस कोश्यारी और फिर सीएम उद्धव ठाकरे से मुलाकात की थी. इसके बाद उद्धव सरकार पर संकट के बादल मंडराने के कयास लगाए जा रहे थे.

संपादकीय में कहा गया है कि शरद पवार और संजय राउत ने राज्यपाल से मुलाकात कर उन्हें महामारी से निपटने के लिए उठाए गए कदमों की जानकारी दी. शरद पवार कई मौकों पर उद्धव ठाकरे से मातोश्री में मिल चुके हैं. संपादकीय में कहा गया है कि महाराष्ट्र में ये बैठकें नियमित और स्थिर हैं.

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