रांची। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उत्तर प्रदेश के ओरैया में सड़क हादसे में मृत श्रमिकों के पार्थिव शरीर को एक ट्रक के जरिये झारखंड भेजने के कृत्य को अमानवीय एवं संवेदनहीनता की पराकाष्ठा कहा है। मुख्यमंत्री ने बोकारो उपायुक्त और झारखंड पुलिस को निर्देश दिया कि झारखंड की सीमा में प्रवेश करते ही ट्रक से आ रहे घायलों का उचित इलाज सुनिश्चित करें। साथ ही मृतकों के पार्थिव शरीर को पूरे सम्मान के साथ उनके घर तक पहुंचाने का प्रबंध करें।
मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश सरकार और बिहार के मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि झारखंड के घायल एवं मृत प्रवासी श्रमिकों के लिए झारखंड की सीमा तक परिवहन की बेहतर व्यवस्था करें। झारखंड की सीमा पर राज्य सरकार उनके लिए गरिमापूर्ण व्यवस्था करेगी।
बता दें कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को तस्वीरों और वीडियो साझा कर बताया गया था कि ओरैया हादसे में मरनेवाले झारखंड के प्रवासियों के शवों को एक ट्रक पर बोकारो के चास स्थित घर भेजा जा रहा है। साथ में बचे लोगों का कहना है कि बर्फ की सिल्लियां पिघलने के बाद शव की स्थिति बिगड़ती जा रही है।
परिजनों को चार-चार लाख
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश की औरैया घटना में दिवंगत हुए सभी 11 झारखंड के प्रवासी साथियों के परिवार को चार-चार लाख रुपये एवं प्रत्येक घायल व्यक्ति को 50 हजार रुपये की सहायता तत्काल प्रदान की जायेगी। साथ ही घायलों के इलाज की समुचित व्यवस्था भी जिला प्रशासन करेगा।
दीदी किचेन पूरे राज्य में अब 31 मई तक संचालित होगी
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि पूरे राज्य में सात हजार से अधिक संचालित दीदी किचन ने अब तक जरूरतमंदों को दो करोड़ से अधिक पौष्टिक भोजन की थालियां परोस कर भूख से हमारी जंग को जीतने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है। इसलिए राज्य सरकार ने निर्णय लिया है कि दीदी किचेन अब पूरे राज्य में 31 मई तक सुचारु रूप से जनता की सेवा करेगी।
कोरोना से जंग में रोल मॉडल बन कर उभरा है रांची
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि आज रांची देश के समक्ष कोरोना से इस जंग में एक रोल मॉडल बन कर उभरा है। इसका पूरा श्रेय रांची जिला प्रशासन, डॉक्टरों, स्वास्थ्य कर्मियों, पुलिसकर्मियों, सफाई कर्मियों एवं बिना स्वार्थ भाव से जनता की सेवा कर रही समाजसेवी संस्थाओं को जाता है। न सिर्फ रांची ने कोरोना से जंग जीती है, बल्कि सामाजिक सौहार्द की भी अनूठी मिसाल कायम की है। स्मरण रहे, हम साथ मिलकर ही इस महामारी को हरा सकते हैं। इसलिए पुन: आग्रह है कि आपस में दूरी बनायें, पर दिलों को जरूर जोड़े रखें।
मुख्यमंत्री को जानकारी मिली कि देश के विभिन्न शहरों की तुलना में रांची का रिकवरी रेट (कोरोना संक्रमण के मामले में) सबसे अधिक है। रांची में कोरोना संक्रमण के 104 मामले मिले, जिसमें 83 मरीज स्वस्थ होकर अपने घर लौट चुके हैं। अब कोरोना संक्रमण के 21 सक्रिय मामले ही शेष हैं। यही गति रही, तो रांची आनेवाले कुछ दिनों में रेड जोन से बाहर हो जायेगा।