Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Sunday, June 8
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»विशेष»ओरैया हादसे में मृत श्रमिकों के शवों के साथ यह व्यवहार अमानवीय : हेमंत
    विशेष

    ओरैया हादसे में मृत श्रमिकों के शवों के साथ यह व्यवहार अमानवीय : हेमंत

    azad sipahi deskBy azad sipahi deskMay 18, 2020No Comments3 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    रांची। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उत्तर प्रदेश के ओरैया में सड़क हादसे में मृत श्रमिकों के पार्थिव शरीर को एक ट्रक के जरिये झारखंड भेजने के कृत्य को अमानवीय एवं संवेदनहीनता की पराकाष्ठा कहा है। मुख्यमंत्री ने बोकारो उपायुक्त और झारखंड पुलिस को निर्देश दिया कि झारखंड की सीमा में प्रवेश करते ही ट्रक से आ रहे घायलों का उचित इलाज सुनिश्चित करें। साथ ही मृतकों के पार्थिव शरीर को पूरे सम्मान के साथ उनके घर तक पहुंचाने का प्रबंध करें।
    मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश सरकार और बिहार के मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि झारखंड के घायल एवं मृत प्रवासी श्रमिकों के लिए झारखंड की सीमा तक परिवहन की बेहतर व्यवस्था करें। झारखंड की सीमा पर राज्य सरकार उनके लिए गरिमापूर्ण व्यवस्था करेगी।
    बता दें कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को तस्वीरों और वीडियो साझा कर बताया गया था कि ओरैया हादसे में मरनेवाले झारखंड के प्रवासियों के शवों को एक ट्रक पर बोकारो के चास स्थित घर भेजा जा रहा है। साथ में बचे लोगों का कहना है कि बर्फ की सिल्लियां पिघलने के बाद शव की स्थिति बिगड़ती जा रही है।

    परिजनों को चार-चार लाख
    मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश की औरैया घटना में दिवंगत हुए सभी 11 झारखंड के प्रवासी साथियों के परिवार को चार-चार लाख रुपये एवं प्रत्येक घायल व्यक्ति को 50 हजार रुपये की सहायता तत्काल प्रदान की जायेगी। साथ ही घायलों के इलाज की समुचित व्यवस्था भी जिला प्रशासन करेगा।

    दीदी किचेन पूरे राज्य में अब 31 मई तक संचालित होगी
    मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि पूरे राज्य में सात हजार से अधिक संचालित दीदी किचन ने अब तक जरूरतमंदों को दो करोड़ से अधिक पौष्टिक भोजन की थालियां परोस कर भूख से हमारी जंग को जीतने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है। इसलिए राज्य सरकार ने निर्णय लिया है कि दीदी किचेन अब पूरे राज्य में 31 मई तक सुचारु रूप से जनता की सेवा करेगी।

    कोरोना से जंग में रोल मॉडल बन कर उभरा है रांची
    मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि आज रांची देश के समक्ष कोरोना से इस जंग में एक रोल मॉडल बन कर उभरा है। इसका पूरा श्रेय रांची जिला प्रशासन, डॉक्टरों, स्वास्थ्य कर्मियों, पुलिसकर्मियों, सफाई कर्मियों एवं बिना स्वार्थ भाव से जनता की सेवा कर रही समाजसेवी संस्थाओं को जाता है। न सिर्फ रांची ने कोरोना से जंग जीती है, बल्कि सामाजिक सौहार्द की भी अनूठी मिसाल कायम की है। स्मरण रहे, हम साथ मिलकर ही इस महामारी को हरा सकते हैं। इसलिए पुन: आग्रह है कि आपस में दूरी बनायें, पर दिलों को जरूर जोड़े रखें।

    मुख्यमंत्री को जानकारी मिली कि देश के विभिन्न शहरों की तुलना में रांची का रिकवरी रेट (कोरोना संक्रमण के मामले में) सबसे अधिक है। रांची में कोरोना संक्रमण के 104 मामले मिले, जिसमें 83 मरीज स्वस्थ होकर अपने घर लौट चुके हैं। अब कोरोना संक्रमण के 21 सक्रिय मामले ही शेष हैं। यही गति रही, तो रांची आनेवाले कुछ दिनों में रेड जोन से बाहर हो जायेगा।

    This behavior inhuman with the bodies of dead workers in Oraiya accident: Hemant
    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleरांची में चल रहा था स्पेशल ब्रांच का अवैध दफ्तर
    Next Article पंजाब में नियमों का उल्लंघन, मंदिर खुले
    azad sipahi desk

      Related Posts

      ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद अब ऑपरेशन घुसपैठिया भगाओ

      June 4, 2025

      झारखंड की स्कूली शिक्षा व्यवस्था पर रिजल्ट ने उठाये सवाल

      June 3, 2025

      अमित शाह की नीति ने तोड़ दी है नक्सलवाद की कमर

      June 1, 2025
      Add A Comment

      Comments are closed.

      Recent Posts
      • झारखंड में आदिवासी लड़कियों के साथ छेड़छाड़, बाबूलाल ने उठाए सवाल
      • पूर्व मुख्यमंत्री ने दुमका में राज्य सरकार पर साधा निशाना, झारखंड को नागालैंड-मिजोरम बनने में देर नहीं : रघुवर दास
      • गुरुजी से गुरूर, हेमंत से हिम्मत, बसंत से बहार- झामुमो के पोस्टर में दिखी नयी ऊर्जा
      • अब गरीब कैदियों को केंद्रीय कोष से जमानत या रिहाई पाने में मिलेगी मदद
      • विकसित खेती और समृद्ध किसान ही हमारा संकल्प : शिवराज सिंह
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version