-पहले दिन कई सवालों में उलझते रहे निलंबित आइएएस
-जमीन घोटाला मामले से जुड़े सवालों से अगले पांच दिनों तक होगा सामना
आजाद सिपाही संवाददाता
रांची। सेना की कब्जेवाली जमीन के घोटाले में गिरफ्तार निलंबित आइएएस छवि रंजन पर प्रवर्तन निदेशालय ने पूछताछ के दौरान प्रश्नों की बौछार कर दी। बता दें कि इडी ने छवि रंजन को छह दिन की रिमांड पर लिया है। रविवार को इडी के अधिकारी होटवार स्थित बिरसा मुंडा जेल पहुंचे। वहां से वे छवि रंजन को लेकर हिनू एयरपोर्ट रोड स्थित इडी के जोनल कार्यालय पहुंचे। वहां पहुंचने के फौरन बाद पूछताछ का सिलसिला शुरू हो गया। जानकारी के अनुसार पूछताछ के दौरान कई सवालों पर छवि रंजन उलझते रहे। कभी वह अधिकारियों के मुंह ताकते थे, तो कभी आंखें नीची कर लेते थे। पूछताछ के लिए इडी के पास अभी पांच दिन का वक्त है।
इन सवालों से हुआ छवि रंजन का सामना
निलंबित आइएएस छवि रंजन से रविवार को हुई पूछताछ के दौरान उनके 12 साल के करियर के बारे में पूछा गया। इसके अलावा कोडरमा में डीसी रहते हुए सरकारी पेड़ काटने से लेकर दूसरे आरोपों के बारे में भी उनसे पूछा गया। जमशेदपुर में उनके सामाजिक और दूसरे रिश्तों की जानकारी ली गयी। फिर इडी के अधिकारियों ने उनसे उनकी संपत्ति की जानकारी ली और पूछा कि उनके परिवार के लोग क्या करते हैं। इन सवालों का तो छवि रंजन ने सीधा जवाब दिया, लेकिन जब उनसे पूछा गया कि जमीन घोटाला मामले में उनकी क्या भूमिका थी, तो वह गड़बड़ाने लगे। फिर उनसे सवाल किया गया कि उन्होंने किसके कहने पर यह सब किया और कितना पैसा किससे लिया, तो वह चुप्पी साध गये। जानकारी के अनुसार, उनसे पूर्व में जब्त दस्तावेजों में मिले तथ्यों के आधार पर भी पूछताछ की गयी। इडी प्रत्येक बिंदु पर तर्क के साथ उन दस्तावेजों का सत्यापन करवा रही है। अब तक की पूछताछ में क्या कुछ सामने आया, यह स्पष्ट नहीं हो सका है।
कई अधिकारियों-नेताओं की मुश्किलें बढ़ेंगी
छवि रंजन से इडी की पूछताछ में कई ऐसी जानकारी सामने आयेगी, जिससे कई अधिकारियों और नेताओं की मुश्किलें बढ़ेंगी। कई कारोबारी भी इडी की रडार पर हैं।
बता दें कि रांची की स्पेशल पीएमएलए कोर्ट ने छवि रंजन को छह दिनों के लिए इडी की हिरासत में भेजा है। इससे पहले उन्हें एक दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था, लेकिन दोबारा पेशी के बाद जब इडी द्वारा रिमांड की अपील की गयी, तो कोर्ट ने उन्हें इडी रिमांड पर भेज दिया है। छवि रंजन पर सेना की कब्जे वाली जमीन को गलत तरीके से बेचने में सहयोग करने का आरोप है।
वैभव मणि त्रिपाठी ने सौंपे थे कागजात
इससे पहले रांची के सब रजिस्ट्रार वैभव मणि त्रिपाठी से पूछताछ की गयी थी। पूछताछ के दौरान उन्होंने रांची में सेना की कब्जे वाली 4.55 एकड़ जमीन और चेशायर होम रोड की एक एकड़ जमीन से संबंधित मामले में रजिस्ट्री से संबंधित कागजात भी इडी को सौंपे। वैभव मणि त्रिपाठी ने इडी को बता दिया है कि उन्होंने किस परिस्थिति में और किसके कहने पर रजिस्ट्री की। इडी को पूछताछ में वैभव मणि से कुछ अन्य जमीन के बारे में भी जानकारी मिली है, जिस पर आगे का अनुसंधान शुरू हो गया है।