कोडरमा। जिले में अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति घोटाले में पुलिस ने विभाग के क्लर्क प्रमोद कुमार मुंडा को गिरफ्तार किया है। इस मामले में कल्याण विभाग के रिटायर्ड क्लर्क मो. मोबिन और कम्प्यूटर ऑपरेटर मो. हैदर को भी तीन दिन पहले गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है।

अल्पसंख्यक छात्रों को केंद्र सरकार से मिलने वाली छात्रवृत्ति में 1.5 करोड़ रुपये गबन का मामला जिला कल्याण पदाधिकारी नीली सरोज कुजूर ने कोडरमा थाना में नवम्बर, 2022 में दर्ज कराया था। इसमें 10 विद्यालयों के प्राचार्य के साथ जिला कल्याण कार्यालय से रिटायर्ड क्लर्क मो मोबिन, क्लर्क प्रमोद कुमार मुंडा और कम्प्यूटर ऑपरेटर मो हैदर को आरोपित बनाया गया था।

बताया जाता है कि कोडरमा में 1433 अल्पसंख्यक छात्रों के नाम पर तकरीबन डेढ़ करोड़ रुपये की राशि गबन मामले में अनियमितता की बात जब डीसी को पता चली तो उन्होंने अपर समाहर्ता से इसकी जांच करवाई। इसमें यह बात सामने आई कि फर्जी स्कूल और फर्जी छात्रों के नाम पर अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति के नाम पर मिलने वाली राशि का गबन किया जा रहा है। वित्तीय वर्ष 2017-18, 2018-19 और 2019-20 में 10 स्कूलों के 1433 छात्रों के नाम पर तकरीबन डेढ़ करोड़ की राशि विभाग के कर्मियों की मिलीभगत से गबन कर ली गई थी।

जांच के दौरान 12 स्कूलों में से 10 से संबंधित रिकॉर्ड में गड़बड़ी की बात सामने आई थी। जिन 1433 बच्चों की सूची मिली थी उनमें से एक भी बच्चे के खाते में पैसे ट्रांसफर नहीं किये गये। इनमें से कई बच्चों के नाम और पता भी फर्जी पाए गए हैं। इतना ही नहीं जांच रिपोर्ट में इस बात का भी जिक्र था कि इन स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों की जगह बाहरी युवाओं को छात्र के नाम पर छात्रवृत्ति का वितरण दिखाया गया है।

Share.

Comments are closed.

Exit mobile version