रांची। रांची विधायक सीपी सिंह ने झारखंड चुनाव आयोग की तैयारियों को लेकर चिंता जताई है, साथ ही इसे आधा अधूरा भी बताया है। सोशल मीडिया पर इसे लेकर भड़ास भी उतारी है। कहा है कि केंद्रीय चुनाव आयोग ने अपने स्तर से राज्यों में मत प्रतिशत बढाने को लेकर कई प्रकार के कार्यक्रम और अभियान चलाए। पर झारखंड में मत प्रतिशत बढाने को लेकर राज्य सरकार के अधिकारियों ने रुचि नहीं दिखाई। ऐसा लगता है कि झारखण्ड सरकार ने चुनाव से पहले ही ठान लिया था कि झारखंड में सुनियोजित तरीके से वोटिंग हो।
एक ही घर के वोटरों का अलग अलग सेंटर
सीपी सिंह के मुताबिक, उनके पास कई लोगों के फोन आए जहां एक ही परिवार के लोगों के अलग अलग बूथ पर वोट हैं। पिताजी का कहीं, बेटा का कहीं, बेटी का कहीं। मतदाताओं के साथ यह मजाक नहीं तो क्या है? झारखंड सरकार के अधीनस्थ अधिकारी अगर ईमानदारी से काम करते तो लोगों को इतनी परेशानी नहीं झेलनी पड़ती। सीपी ने सुझाव देते कहा कि भविष्य में मतदाता सूची के त्रुटि को पूर्ण रुप से सुधार कर प्रकाशित करना चाहिए ताकि मतदातागण अपने मताधिकार का प्रयोग सुगमता से कर सकें। यदि जिला निर्वाचन पदाधिकारी को जरूरी लगे तो वे इससे संबंधित प्रमाण संबंधित कार्यालय भिजवा देंगे।
वोटरों की शिकायत
गौरतलब है कि रांची प्रत्याशी संजय सेठ को जीत दिलाने की अपील के साथ सीपी सिंह लगातार रांची के विधानसभा क्षेत्रों में पदयात्रा कर रहे हैं। कई कार्यक्रमों में भी शामिल हो रहे हैं जहां उन्हें वोटरों से शिकायतें भी मिल रही हैं। मतदाता सूची में नाम और त्रुटि, पारिवारिक सदस्यों का अलग अलग सेंटर सहित अन्य सूचनाएं मिल रही हैं।