रांची। संतोष कॉलेज ऑफ टीचर्स ट्रेनिंग एंड एजुकेशन के बीएड और डीएलएड इकाई द्वारा विश्व थैलेसीमिया दिवस के अवसर पर चर्चा पर परिचर्चा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने सामूहिक चर्चा परिचर्चा के द्वारा अपने विचार अभिव्यक्त किये। कहा कि थैलेसीमिया एक गंभीर आनुवांशिक रक्त विकार है। पीड़ित को ब्लड ट्रांसफ्यूजन, इलाज और प्रबंधन की आवश्यकता होती है। प्रत्येक वर्ष लगभग 10 हजार बच्चे बीटा थैलेसीमिया बीमारी के साथ जन्म लेते हैं। झारखंड में करीब 2 प्रतिशत आबादी इससे पीड़ित है। मौके पर महाविद्यालय के सभी व्याख्याता और प्रशिक्षु शिक्षक उपस्थित थे।
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