विशेष
-प्रधानमंत्री ने संताल के तीन लोकसभा क्षेत्रों को साधा
-देश के विकास के लिए कामना करने का लिया वायदा
संताल परगना की तीन लोकसभा सीट दुमका, गोड्डा और राजमहल में 1 जून को मतदान है। इससे चार दिन पहले मंगलवार यानी 28 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दुमका में सभा थी। दोपहर 12 बजे का कार्यक्रम था। उस वक्त दुमका का तापमान 38 डिग्री सेलसियस था। सूर्य देवता अपनी तपिश बिखेर रहे थे। चिलचिलाती धूप लोगों को बेचैन करने के लिए काफी थी। इसके बाद भी संताल के लोगों ने प्रधानमंत्री का जोरदार स्वागत किया। उन्होंने दिखा दिया कि धूप और गर्मी हमारे उत्साह को कम नहीं कर सकती है। हजारों की संख्या में लोग दुमका हवाई अड्डा पहुंचे थे। नेता और कार्यकर्ताओं की भीड़ लगी थी। मंच पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, प्रतिपक्ष के नेता अमर बाउरी, दुमका की प्रत्याशी सीता सोरेन, गोड्डा के निशिकांत दुबे और राजमहल प्रत्याशी ताला मरांडी समेत अन्य नेतागण मौजूद थे। इस बीच प्रधानमंत्री का आगमन हुआ। प्रधानमंत्री लगातार लंबे समय से चुनाव प्रचार में लगे हैं। हर दिन तीन-चार सभाएं कर रहे। सुबह से रात तक चुनाव में लगे हैं। इसके बाद भी जब भरी दोपहर में मंच पर पहुंचे तो भीड़ देख कर लोगों को ‘जोहार’ कहने से खुद को रोक नहीं पाये। चिलचिलाती धूप में लोगों को खड़े देख कर उनका धन्यवाद अभिवादन करने से भी नहीं रह सके। इतना ही नहीं उन्होंने अपनी भाव-भंगिमा और बातों से लोगों की भावनाओं को छू लिया। पूरे संताल के कार्यकर्ताओं को ‘मोदी’ बना दिया। लोगों से दो वायदा लिया। जाते-जाते लोगों को दिल्ली को मजबूत करने के लिए तीनों लोकसभा सीटों को भी साध गये। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा पर आजाद सिपाही के राजनीतिक संपादक प्रशांत झा की विस्तृत रिपोर्ट।
देश में लोकसभा चुनाव सात चरणों में हो रहा है। छह चरणों का चुनाव संपन्न हो चुका है। अब आखिरी चरण के लिए मतदान 1 जून को होना है। वहीं, झारखंड की 14 सीटों पर चार चरणों में मतदान संपन्न कराया जा रहा है। तीन चरणों का चुनाव हो चुका है। आखिरी चरण में संताल की तीन सीटें दुमका, गोड्डा और राजमहल पर 1 जून को मतदान होना है। प्रधानमंत्री ने हर चरण से पहले झारखंड में जनसभा को संबोधित किया। इस बार भी दुमका से तीनों सीटों के लिए नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को जनसभा को संबोधित किया। उनकी सभा में तीनों लोकसभा क्षेत्र के लोग आये थे। दूर-दूर के गांव से सुबह रवाना होकर सभा से ठीक पहले दुमका हवाई अड्डा तक लोगों का आना हुआ था। लोगों की भीड़ का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि मोदी की सभा 1 बजे समाप्त हुई और पार्किंग स्थल से सड़क पर हमारी गाड़ी 2.30 बजे निकल पायी। हवाई अड्डा के दो किलोमीटर की लंबी सड़क पर केवल लोगों का सिर ही सिर दिख रहा था। तिल रखने की जगह नहीं थी। भीड़ में बूढ़े-बुजुर्ग और बच्चे भी शामिल थे।
जुनून में कदमताल कर रहे थे लोग:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगभग 12 बजे मंच पर पहुंच चुके थे। सभा स्थल का शामियाना लोगों के लिए छोटा पड़ गया था। जितने लोग सभा स्थल पर थे, उससे कहीं ज्यादा लोगों का आने का सिलसिला जारी था। मंच से प्रधानमंत्री के आने की घोषणा हो चुकी थी। जिसकी अवाज दो किलोमीटर तक लगी माइक पर आ रही थी। लोगों में मोदी को देखने-सुनने का जुनून ऐसा था कि उनके कदमताल तेज हो गये थे। चुनाव, उम्मीदवार आदि से संबंधित सवाल पूछने के लिए सभा की ओर जा रहे कई पुरुष और महिलाओं को हमने रोकने का प्रयास किया। लेकिन जुनून ऐसा कि लोग एक सकेंड भी रूकने को तैयार नहीं थे। चलते-चलते कुछ ने केवल इतना कहा कि ‘आते हैं, तब बात करेंगे। मोदी जी आ गये हैं। देर हो गयी है। हम समझ रहे थे कि मोदी जी 1 बजे आयेंगे, लेकिन वह तो पहले ही पहुंच गये हैं। समय को लेकर थोड़ा कन्फ्यूजन हुआ है।’
नयी उपाधि ‘टाइगर’ भी सुनने को मिला
सभा में जाने वाले लोगों से जब बातचीत सही तरीके से नहीं हो पायी, तो मैं सभा स्थल से एक किलोमीटर दूर एक तीराहे पर आकर रुक गया। लोगों के कदम तेजी से सभा स्थल की ओर बढ़ रहे थे। जगह-जगह लगी माइक पर नेताओं के भाषण की आवाज आ रही थी। भाजपा के नेता और प्रत्याशियों का भाषण खत्म हो चुका था। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी का भाषण चल रहा था। लोगों का बदस्तूर सभास्थल की ओर जाना जारी था। इसी बीच बाबूलाल ने अपना भाषण समाप्त करते हुए प्रधानमंत्री को संबोधित करने के लिए आमंत्रित किया। उसी वक्त वहां से 10-15 लोगों की एक टोली जा रही थी। वह सभी वहीं पेड़ के नीचे रूक गये। उनमें से एक ने कहा कि ‘देखिये अब हमारा टाइगर दहाडेÞगा। बोलेगा भारत माता की जय।’ तभी प्रधानमंत्री की आवाज माइक पर आयी भारत माता की जय। सभी 10-12 लोग प्रसन्नता दिखाते हुए चिल्ला उठे, ‘भारत माता की जय’। ‘टाइगर जिंदाबाद’।
मन खुश कर दिया प्रधानमंत्री ने
प्रधानमंत्री का भाषण समाप्त हो चुका था। लोग सभा स्थल से निकलने लगे थे। अब लोग रूक कर बातचीत करने के लिए भी तैयार थे। प्रश्नों का जवाब भी दे रहे थे। लोग खुश नजर आ रहे थे। उनकी बातों से एक बात साफ हो गयी, मोदी ने लोगों की भावनाओं को छुआ। उनके प्रति लोगों की आस्था, प्यार, सम्मान और उन्हें दोबारा देश की कमान सौंपने का मन बना लिया है। लोगों ने कहा कि ‘अब हम भी मोदी हैं। प्रधानमंत्री ने हमें मोदी बना दिया है। हम लोगों से वादा करेंगे। प्रधानमंत्री उसे पूरा करेंगे।’ दरअसल प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में कहा कि ‘आप लोग एक वादा करेंगे? 4 जून के बाद घर-घर जायें। लोगों को देखें कि आवास है या नहीं। अगर पक्का मकान नहीं है, तो आप मोदी बन कर वादा करें कि उनका घर बनेगा। उस व्यक्ति का नाम पता, लेकर मुझे भेज दें। उनका घर बनवा दूंगा।’ इससे लोगों को खुद को मोदी के करीब होने का एहसास हुआ। लोग बातचीत में खुद को प्रधानमंत्री से कनेक्ट कर रहे थे। प्रधानमंत्री ने भाषण में लोगों से दूसरा वादा लिया। सभा से निकलने वाले लोगों के बीच इसकी भी चर्चा थी। प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘आज आप एक और वादा करें। हर किसी का अपना इष्ट देव, देवी-देवता, मंदिर होता है। सभा से जाने के बाद अप वहां जायें। भगवान से अपने लिए नहीं। मोदी के लिए नहीं। मोदी के परिवार के लिए नहीं। देश के विकास के लिए प्रार्थना करें। विकसित भारत बने, इसके लिए प्रार्थना करें।’ इस बात ने लोगों के दिल को छू लिया। लोगों ने कहा कि प्रधानमंत्री को देखा, उन्हें हमेशा लोगों की और देश की ही फिक्र रहती है। लोग यह भी कह रहे थे कि मोदी अकेले ऐसे व्यक्ति हैं, जिनका अपना घर परिवार नहीं है। उन्होंने पूरे देश को अपना परिवार बना लिया है। हर समय देश के लिए सोचते हैं, करते हैं।
जो राम को लाये हैं, हम उनको लायेंगे
भीड़ में शामिल छोटे-छोटे बच्चे भी राम मंदिर की बात कर रहे थे। वह कह रहे थे कि देखा न मोदी जी ने राम मंदिर बनवा दिया। कह रहे थे जो राम को लाये हैं, हम उनको लायेंगे। बच्चे प्रणाम, नमस्ते या जोहार की जगह राम-राम बोल रहे थे।