विशेष
-सिमरिया की सभा ने इन तीनों सीटों पर पैदा कर दी है अजीब सी लहर
-भाजपा की राह हो गयी आसान, बढ़ गयीं इंडी अलायंस की चुनौतियां

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने झारखंड की अपनी दूसरी चुनावी यात्रा में शनिवार को चतरा के सिमरिया में एक रैली को संबोधित किया। इस रैली में कितने लोग शामिल हुए और उनका वोट भाजपा को मिलेगा या नहीं, इस पर विवाद होता रहेगा, लेकिन इस रैली के बाद एक बात साफ हो गयी कि पीएम मोदी की इस यात्रा ने राज्य की तीन संसदीय सीटों, चतरा, कोडरमा और हजारीबाग में होनेवाले चुनाव का माहौल पूरी तरह बदल दिया है। झारखंड की 14 संसदीय सीटों में से चार पर 13 मई को, जबकि तीन सीटों पर 20 मई को मतदान होना है। चतरा संसदीय क्षेत्र के सिमरिया में पीएम मोदी ने चुनावी रैली में जो कुछ कहा, उसकी गूंज उनके जाने के बाद कोडरमा और हजारीबाग संसदीय सीटों पर सुनाई दे रही है। इन तीनों संसदीय सीटों का चुनाव प्रचार अभियान अचानक से तेज हो गया है और खास कर भाजपा खेमे में नयी ऊर्जा का संचार हुआ है। इन तीनों संसदीय सीटों के भाजपा प्रत्याशी, चतरा से कालीचरण सिंह, कोडरमा से अन्नपूर्णा देवी और हजारीबाग से मनीष जायसवाल पीएम मोदी की यात्रा के बाद से बेहद उत्साहित नजर आने लगे हैं। यह उत्साह पीएम मोदी की यात्रा के एक दिन बाद ही इनके चुनाव कार्यालयों में साफ देखा जा सकता है। इतना ही नहीं, इन तीनों क्षेत्रों में भाजपा का हर नेता और कार्यकर्ता पूरी तरह से सक्रिय हो गया है। इन तीनों संसदीय क्षेत्रों में जो माहौल बदला है, उससे तो यही नतीजा निकलता है कि यहां भाजपा की राह आसान हो गयी है और इंडी गठंबंधन के सामने नये किस्म की चुनौतियां खड़ी हो गयी हैं। क्या है इन तीनों संसदीय सीटों का माहौल और पीएम मोदी के दौरे ने इन सीटों पर कैसे ‘जादू की छड़ी’ फेर दी है, बता रहे हैं आजाद सिपाही के विशेष संवाददाता राकेश सिंह।
झारखंड के चतरा संसदीय क्षेत्र के सिमरिया से इटखोरी होते हुए पदमा के रास्ते हजारीबाग आने के दौरान सिंदूर के लोगों की बातचीत का विषय बदल चुका है। इस गांव से करीब एक हजार लोग शनिवार को सिमरिया गये थे, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनावी सभा को संबोधित किया था। उस सभा से लौटने के बाद यहां के लोगों में अब एक बदलाव नजर आने लगा है। ये लोग अब भ्रष्टाचार और आदिवासी हितों की बात करने लगे हैं। हालांकि वोट किसे देते हैं या देंगे, इस सवाल पर लोग चुप्पी साध लेते हैं, लेकिन तीन दिन पहले तक जहां लोग वोट के प्रति नकारात्मक नजरिया रख रहे थे, वहीं अब वे वोट डालने के लिए उत्सुक नजर आने लगे हैं। वे मानते हैं कि उनके रुख में यह बदलाव पीएम मोदी को सामने से देखने और उनकी बातें सुनने के बाद आया है।
लगभग यही हाल कोडरमा संसदीय क्षेत्र के बरकट्ठा इलाके का है, जहां के लोग बड़ी संख्या में पीएम मोदी को सुनने सिमरिया गये थे। यहां के लोगों ने स्वीकार किया कि भाजपा के प्रति उनका नजरिया पीएम मोदी का भाषण सुनने के बाद पूरी तरह बदल गया है। ये लोग झारखंड के पिछड़ेपन पर चिंता जताते हैं और कहते हैं कि देश के साथ-साथ राज्य का विकास भी बेहद जरूरी है।

चतरा संसदीय सीट पर बदला माहौल
पीएम मोदी ने सिमरिया में चुनावी रैली को संबोधित किया और दो दिन बाद वह फिर गिरिडीह आनेवाले हैं। चतरा संसदीय सीट से भाजपा ने इस बार बड़ा दांव खेला है और एक स्थानीय प्रत्याशी कालीचरण सिंह को मुकाबले में उतारा है। उनके मुकाबले इंडी गठबंधन की तरफ से कांग्रेस ने कृष्णानंद त्रिपाठी को उतारा है, जो पलामू के रहनेवाले हैं। पीएम मोदी की सभा के बाद जब लोगों से बात की गयी, तो यह साफ हो गया कि अब लड़ाई ‘मोदी बनाम एंटी मोदी’ की हो गयी है। पीएम मोदी की सभा में उमड़ी भीड़ में शामिल लोग घर लौटते हुए एक ही बात कहते नजर आये कि उनकी आंखें अब खुल गयी हैं। अब वे किसी भुलावे में नहीं रहेंगे। लोगों की बात सुन कर ऐसा लगा कि चतरा संसदीय क्षेत्र का माहौल इस एक सभा ने पूरी तरह बदल दिया है और पीएम मोदी ने एक अजीब सी लहर पैदा कर दी है।

हजारीबाग में भी नजर आयी लहर
जहां तक हजारीबाग संसदीय क्षेत्र का सवाल है, तो पीएम मोदी की सिमरिया यात्रा का असर यहां भी खूब पड़ा है। भाजपा प्रत्याशी मनीष जायसवाल हालांकि कांग्रेस के जयप्रकाश भाई पटेल के साथ मुकाबले में फंसे हैं, लेकिन पीएम मोदी की सभा ने उनकी राह कुछ आसान बना दी है। हजारीबाग के ग्रामीण इलाकों में, जहां अब तक भाजपा कमजोर नजर आ रही थी, अचानक से एक बदलाव नजर आने लगा है। चाहे बड़कागांव हो या गोला, मांडू हो या कुजू, लोग भाजपा की बात करने लगे हैं और पीएम मोदी की बातें सुनने के बाद अपना मन बदल रहे हैं। हजारीबाग के बाहर डेमोटांड़ में चाय की एक दुकान पर कुछ युवा मिले, जो पीएम की सभा में शामिल होने बाइक से सिमरिया गये थे। इनकी बाइक पर पहले कोई झंडा नहीं लगा होता था, लेकिन अब भाजपा का झंडा बंध गया है। इतना ही नहीं, दुकानों पर भी चर्चा होने लगी है।

कोडरमा में बड़ी हुई इंडी अलायंस की चुनौती
कोडरमा संसदीय क्षेत्र में पीएम मोदी की यात्रा का सीधा असर भले ही जमीन पर नहीं दिखता हो, सभा में कही गयी उनकी बातों की गूंज जरूर सुनाई देती है। कोडरमा से गिरिडीह जानेवाले रास्ते पर पहले भाकपा माले के साथ-साथ झामुमो और कांग्रेस के समर्थकों से मुलाकात होती थी, अब लगता है स्थिति बदल गयी है। लोग अब अन्नपूर्णा देवी को लेकर सकारात्मक बातें करने लगे हैं। पीएम मोदी की सिमरिया यात्रा के बाद इलाके के लोग उनके गिरिडीह आने का इंतजार कर रहे हैं। वह 14 मई को गिरिडीह आ रहे हैं। ऐसे में कोडरमा में इस बार राजनीतिक परिवर्तन बड़ा रूप ले चुका है। लोग कहते हैं कि अन्नपूर्णा देवी ने अपनी पूरी क्षमता से काम तो किया, हालांकि जितना विकास होना चाहिए था, नहीं हुआ, तो इसके लिए राज्य सरकार भी बराबर की जिम्मेवार है। लेकिन भाजपा के लोग स्वीकार करते हैं कि तमाम अनुकूल परिस्थितियों के बावजूद इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि अन्नपूर्णा देवी के सामने भाकपा माले के विनोद कुमार सिंह कड़ी चुनौती पेश कर रहे हैं।
इन तीनों संसदीय क्षेत्रों में एक बात साफ तौर पर नजर आयी और वह यह कि पीएम मोदी की सिमरिया यात्रा ने यहां एक अजीब किस्म की लहर पैदा की है, जिससे भाजपा खेमे में उत्साह नजर आने लगा है। दूसरी तरफ इंडी गठबंधन के किसी बड़े नेता के नहीं आने से वहां एक किस्म की मायूसी दिखने लगी है।

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