आजाद सिपाही संवाददाता
रांची। कांग्रेस कोटा से ग्रामीण विकास मंत्री बने आलमगीर आलम अगर आज पूछताछ के लिए इडी कार्यालय पहुंचेंगे, तो उनका सामना ओएसडी संजीव लाल से होगा। मंत्री को पूछताछ के लिए 14 मई को इडी ने बुलाया है। सोमवार को इडी ने न्यायालय से अनुरोध किया कि मंत्री के ओएसडी रहे संजीव लाल और करोड़पति नौकर जहांगीर आलम को सामने बैठा कर पूछताछ करनी है। इसलिए आठ दिन की रिमांड अवधि बढ़ाई जाये। कोर्ट ने पांच दिन की इजाजत दे दी है। संजीव लाल ने पूछताछ के दौरान यह कबूला है कि वह कमीशन वसूला करता था और जहांगीर आलम पैसों का केयर टेकर था। ठेका मैनेज करने के लिए जो कमीशन की वसूली होती थी, उसकी जानकारी मंत्री और सचिव को भी रहती थी। इडी के सामने संजीव लाल ने कमीशन वसूली के पूरे नेटवर्क का खुलासा किया है। अब उसी बयान को सामने रख कर मंत्री से पूछताछ की तैयारी की गयी है। साथ ही सामने बैठा कर भी पूछताछ होगी। नौकर जहांगीर आलम ने इडी को बताया है कि जिस एयरबैग में नोट मिलता था। वह उसे चुपचाप फ्लैट में पहुंचा देता था। पैसा कहां से आता था, उसको जानकारी नहीं है।