रांची। राज्य में 13 मई को लोकसभा की पहली वोटिंग होनी है, जिसको लेकर सभी राजनीतिक दल अपनी कमर कस चुके हैं। बड़ी सभा और रोड शो के माध्यम से अपने-अपने उम्मीदवारों के पक्ष में वोटिंग करने के लिए मतदाताओं को रिझा रहे हैं, तो वहीं जेएमएम देश में तीन चरण के संपन्न हुए लोकसभा के चुनाव को इंडी गठबंधन के पक्ष में बता रहा है। केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि तीन चरण ने साफ कर दिया कि जनादेश का मिजाज क्या है। मिजाज बताता है कि पीएम जो बयान नहीं देना चाहिए, वह बयान देने शुरू कर दिये हैं। पीएम की बातों को सुनकर अंदाजा लगाया जा सकता है। इंडी गठबंधन के चाइबासा और बसिया के कार्यक्रम को देख कर अंदाजा लगाया जा सकता है। इससे पहले पीएम ने भी चाइबासा में जनसभा की थी, लेकिन वहां सिर्फ खामोशी दिखी। इंडी गठबंधन के कार्यक्रम में जनसमूह उमड़ा था। सोशल मीडिया में रांची में धर्मांतरण की तस्वीर पोस्ट की गयी।
कहा कि हज को लेकर नोटिफिकेशन जारी किया गया, जिसमें 9 मई को कोलकाता पहुंचाना है। उसमें भी समय नहीं दिया गया है। ऐसी चीजें हो रही हैं, जो समझ के परे है। इस अधिसूचना से कितने लोग वोटिंग अधिकार से वंचित रह जायेगी।
बाबूलाल सरना धर्म कोड़ पर क्यों नहीं बोलते
सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि बाबूलाल मरांडी सरना धर्म कोड पर क्यों नहीं बोल रहे हैं। इन्हें बोलना चाहिए। उन्होंने किस परिस्थिति में ओबीसी का 27 प्रतिशत को कम कर के राज्य में 14 प्रतिशत क्यों किया। आर्थिक आधार पर आरक्षण लाकर क्या संदेश देना का काम पीएम ने किये। क्या इस आरक्षण लाने से ओबीसी, आदिवासी के साथ छल नहीं हुआ। भ्रष्टाचार की बात करने वाले भ्रष्टाचारियों को खोज कर बीजेपी टिकट दे रही है। देश में तीन चरणों के चुनाव के बाद यह तय हो गया है कि राज्य में होने वाले चार चरणों के चुनाव में एनडीए को एक भी सीट पर जीत नहीं मिलने वाली है।