जमशेदपुर। मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन गुरुवार को जमशेदपुर में बंगभाषियों की संस्था “बंग बंधु” की ओर से आयोजित कवि गुरु रबीन्द्रनाथ टैगोर एवं काजी नजरुल इस्लाम के जयंती समारोह में शामिल हुए।

इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड से जुड़ी सभी स्थानीय एवं जनजातीय भाषाओं तथा संस्कृतियों का संरक्षण और संवर्धन हमारी सरकार की प्राथमिकता है। इसी उद्देश्य के साथ अगले महीने राज्य के सभी सरकारी स्कूलों में बांग्ला, ओड़िया एवं सभी जनजातीय भाषाओं के शिक्षकों की नियुक्ति करके, प्राथमिक स्तर पर इन भाषाओं में पढ़ाई शुरू की जायेगी। तभी हम इन भाषाओं एवं संस्कृतियों को संवर्धित कर के अपनी अगली पीढ़ी को अपनी गौरवशाली विरासत सौंप पाएंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस साहित्य को इन महान विभूतियों ने सौ साल पहले लिखा, वह आज भी अतुलनीय है। इस देश को राष्ट्रगान देने वाले रबीन्द्रनाथ टैगोर और अंग्रेजी शासन के खिलाफ अपने गीतों एवं नाटकों के माध्यम से क्रांति का संदेश देने वाले काजी नजरुल इस्लाम जैसी महान हस्तियों पर पूरे देश को गर्व है। झारखंड के अधिकतर क्षेत्रों में तथा विशेष कर कोल्हान और संथाल परगना के कई हिस्सों में, बांग्ला भाषा का इस्तेमाल एक प्रमुख भाषा के तौर पर होता है। मैंने अपनी पढ़ाई रामकृष्ण मिशन के स्कूल से की है, इसलिए बंगभाषी समाज की गौरवशाली संस्कृति को हमने करीब से महसूस किया है।

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