रांची। राजधानी नशे की गिरफ्त में है। नशे के सौदागर बच्चों को निशाना बना रहे हैं। अभिभावक परेशान हैं। नशे के ये सौदागर स्कूल, कॉलेजों के आसपास भी ज्यादा सक्रिय हो गये हैं। इसके खिलाफ जंग के लिए जिला प्रशासन ने कमर कस ली है। सिटी एसपी राजकुमार मेहता और एसडीओ उत्कर्ष कुमार की अध्यक्षता में समाहरणालय सभागार में मादक पदार्थों के खिलाफ अभियान चलाने को लेकर गुरुवार को मंथन किया गया। इस अभियान में स्कूली बच्चों और कॉलेज छात्रों के बीच जागरूकता के लिए रणनीति बनायी गयी। तय हुआ कि बड़ा कैंपेन चला कर छात्र-छात्राओं को जागरूक किया जायेगा। ड्रग्स के विरुद्ध कैंपेन के लिए कोतवाली डीएसपी प्रकाश सोय को नोडल अफसर बनाया गया है। एनसीबी से संपर्क कर सभी थानों में इससे संबंधित वर्कशॉप किया जायेगा। इस अभियान में सभी सरकारी-गैर सरकारी स्कूल-कॉलेज, बुद्धिजीवी, नुक्कड़ नाटक दलों को जोड़ा जायेगा। सीआइपी और राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण, स्कूलों और कॉलेजों के प्रधानाध्यापक भी इस अभियान में नोडल अधिकारी के रूप में रहेंगे। इस अभियान में बड़े पैमाने पर डिजिटल कैंपेन चलाया जायेगा। वीडियो, गाना, जिंगल, पोस्टर, पंपलेट आदि के द्वारा प्रचार-प्रसार किया जायेगा। राज्य सरकार से प्राप्त गाइडलाइन के अनुसार फुलप्रूफ प्लान बनेगा। सिटी एसपी ने कहा कि जिला प्रशासन और पुलिस को राज्य सरकार से रांची को नशा मुक्त करने के लिए जो गाइडलाइन प्राप्त हुई हैं, उसके अनुसार जिला को नशा मुक्त करने के लिए रणनीति बनायी जा सकती है। एसडीओ ने कहा कि छात्र-छात्राओं, युवाओं में ड्रग्स एक बड़ा जंजाल है, जो युवा पीढ़ी को बर्बाद कर रहा है। यह युवाओं को इमोशनली, सोशली, इकोनॉमिकली कैंसर की तरह बर्बाद कर रहा है। इसको लेकर सभी स्टेक होल्डर को शामिल करते हुए एक बड़ा जागरूकता अभियान चलाया जायेगा।

इनकी रही मौजूदगी
बैठक में डीएसपी अमर कुमार पांडेय, अरविंद कुमार, प्रकाश सोय, डीएसइ मिथलेश कुमार, डीइओ विनय कुमार उपस्थित थे।

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