पहलगाम अटैक से पहले गयी थी पाकिस्तान और चीन, पुलिस का चौंकाने वाला खुलासा
चंडीगढ़। हरियाणा पुलिस ने हिसार की रहने वाली ट्रैवल व्लॉगर ज्योति मल्होत्रा को जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया है। 34 साल की ज्योति पर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी को संवेदनशील जानकारी देने और आॅनलाइन पाकिस्तान समर्थक सामग्री वायरल करने का आरोप है। कोर्ट ने उसे पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है। पुलिस का कहना है कि ज्योति चार बार पाकिस्तान गयी और एक पाकिस्तानी एजेंट के साथ बाली भी गयी थी। जिसके साथ उसका प्रेम संबंध था। पुलिस के अनुसार, ज्योति ने 2023 में नयी दिल्ली स्थित पाकिस्तान उच्चायोग में पाकिस्तानी खुफिया एजेंट एहसान-उर-रहीम से मुलाकात करने की बात स्वीकार की है। जिसे बाद में निष्कासित कर दिया गया था।

भारत-पाक तनाव के बीच दुश्मन देश के संपर्क में थी ज्योति
एसपी हिसार शशांक कुमार सावन ने ज्योति मल्होत्रा को लेकर चौंकाने वाले खुलासे किये। वह कहते हैं कि आधुनिक युद्ध केवल सीमा पर ही नहीं लड़े जाते। पीआइओ कुछ सोशल मीडिया प्रभावशाली लोगों की भर्ती करने की कोशिश कर रहे हैं, और वे इसका इस्तेमाल अपने नरेटिव को आगे बढ़ाने के लिए करते हैं। हमें केंद्रीय एजेंसियों से इनपुट मिले और हमने ज्योति मल्होत्रा को गिरफ्तार कर लिया। वह कई बार पाकिस्तान और एक बार चीन जा चुकी थी। वह पीआइओ के संपर्क में थी। हमने उसे 5 दिन की पुलिस रिमांड पर लिया है। हम उसके वित्तीय विवरणों का विश्लेषण कर रहे हैं। भारत-पाक तनाव के दौरान वह पीआइओ के संपर्क में थी। उसकी यात्रा के विवरण उसकी कुल आय को झुठला रहे हैं।

आइएसआइ के गुर्गों के नंबर कैसे करती थी सेव?
दरअसल ज्योति मल्होत्रा एक यूट्यूब चैनल चलाती है। इसके 3.2 लाख से अधिक सब्सक्राइबर हैं। वह कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी काफी लोकप्रिय है। कई प्लैटफॉर्म पर इसकी बड़ी संख्या में फॉलोइंग है। ज्योति ने फर्जी आइडी के तहत आइएसआइ के गुर्गों के नंबर छिपाये थे पुलिस ने कहा कि ज्योति ने व्हाट्सएप, टेलीग्राम और स्नैपचैट जैसे प्लेटफॉर्म पर पाकिस्तानी खुफिया गुर्गों के साथ एन्क्रिप्टेड संपर्क बनाये रखा। उनके नंबरों को जट रंधावा जैसे झूठे नामों से सेव किया। ज्योति ज्यादातर नयी दिल्ली में रहती थी।

शाकिर-राणा शाहबाज नाम के दो हैंडलर से मिली थी ज्योति
डीएसपी कमलजीत सिंह के अनुसार, ज्योति ने माना कि उसने 2023 में नयी दिल्ली में पाकिस्तान के उच्चायोग में पाकिस्तानी खुफिया एजेंट एहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश से मुलाकात की थी। दानिश को 13 मई को निष्कासित कर दिया गया था। उस पर आरोप है कि उसने ज्योति के वीजा को बढ़ाने में मदद की और उसे शाकिर और राणा शाहबाज नाम के दो हैंडलर से मिलवाया। पुलिस ने ज्योति का फोन, लैपटॉप और अन्य डिवाइस जब्त कर लिये हैं। इन्हें फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है। बैंक रिकॉर्ड की भी जांच की जा रही है ताकि जासूसी से जुड़े संभावित वित्तीय लेनदेन का पता लगाया जा सके। इस मामले में हिसार में आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम की धारा 3 और 5 और बीएनएस की धारा 153 के तहत मामला दर्ज किया गया है।

पंजाब-हरियाणा में जासूसी से जुड़ी सातवीं गिरफ्तारी
7 मई के बाद से हरियाणा और पंजाब में यह जासूसी से जुड़ी सातवीं गिरफ्तारी है। 11 मई को पंजाब पुलिस ने मलेरकोटला से दो लोगों को गिरफ्तार किया था, जिनका संबंध पाकिस्तानी अधिकारी दानिश से था। हरियाणा पुलिस ने 13 मई को यूपी के कैराना के रहने वाले नौमान इलाही को गिरफ्तार किया। इसके बाद 15 मई को कैथल के छात्र देवेंद्र सिंह ढिल्लों को गिरफ्तार किया गया। दोनों पर पाकिस्तानी हैंडलर को जानकारी देने का आरोप है। ढिल्लो एमए का छात्र है। आरोप है कि करतारपुर कॉरिडोर के जरिए गुरुद्वारा दरबार साहिब की यात्रा के दौरान उसे भर्ती किया गया था। 7 और 14 मई को बठिंडा सैन्य स्टेशन के अंदर काम करने वाले दो अन्य लोगों को भी इसी तरह के संदेह में पकड़ा गया था। पुलिस को एक संदिग्ध के फोन से संदिग्ध डेटा मिला है, लेकिन उनकी भूमिका की अभी भी जांच चल रही है।

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