गढ़वा: सदर प्रखंड कार्यालय में कार्यरत मनरेगा के कनीय अभियंता आनंद कुमार राम को एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने तीन हजार रुपये रिश्वत लेते प्रखंड कार्यालय के समीप एक पेट्रोल पंप के पास धर दबोचा। टीम का नेतृत्व पलामू एसीबी के डीएसपी सुमित कुमार कर रहे थे। इस संबंध में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो रांची के पुलिस अधीक्षक ने कहा है कि गढ़वा थाना क्षेत्र के डुमरो गांव निवासी विनय कुमार मेहता, पिता सरयू मेहता ने पलामू एसीबी को आवेदन देकर उक्त जेइ के द्वारा घूस मांगने की शिकायत की थी।
परिवादी ने अपने आवेदन में कहा था कि रिश्वत नहीं देने के कारण काम किये जाने के बावजूद उसे भुगतान नहीं किया जा रहा है। परिवादी विनय कुमार मेहता को मनरेगा योजना अंतर्गत नहर किनारे नाला मरम्मत के लिए कार्यादेश मिला था। उसकी प्राक्कलित राशि चार लाख 14 हजार 900 रुपये थी। उसे 75 हजार रुपये उपलब्ध कराये गये थे। शेष राशि के भुगतान को लेकर संचिका बढ़ाने की एवज में कनीय अभियंता आनंद कुमार राम द्वारा तीन हजार रुपये रिश्वत की मांग की जा रही थी।
परिवादी रिश्वत देना नहीं चाहता था। इस संबंध में एसीबी द्वारा कहा गया है कि आवेदन का सत्यापन करने पर सत्यापनकर्ता ने परिवादी की बातों को सही पाया। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो थाना पलामू कांड संख्या 16/17 के तहत एक जून को प्राथमिकी दर्ज की गयी। इसके बाद शुक्रवार को उसे गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार जेइ सदर प्रखंड कार्यालय के चिरौंजिया, छतरपुर, जाटा, नवादा एवं अंचला पंचायत के प्रभार में था। उसके पास से एसीबी की टीम को दो हजार के एक तथा पांच सौ के दो नोट मिल हैं। गिरफ्तार जेइ संविदा पर बहाल था। वह गढ़वा जिले के मेराल थाना क्षेत्र के लौवादाई गांव का रहने वाला है।