रांची: किसान कलेश्वर महतो की आत्महत्या की सूचना मिलते ही मुख्यमंत्री रघुवर दास ने जांच के आदेश दिये। नतीजा हुआ कि पूरा महकमा हरकत में आया। सीएम ने निर्देश पर सोमवार को तीन सदस्यीय टीम गठित की गयी। टीम ने स्थलीय जांच की। रिपोर्ट भी कृषि सचिव पूजा सिंघल को सौंप दी। जांच टीम ने आत्महत्या पर सवाल उठाये हैं। टीम में एसडीओ भोर सिंह यादव, डीएसपी ग्रामीण और जिला कृषि पदाधिकारी शामिल थे। एसडीओ के अनुसार कलेश्वर ने 10 जून को 10-11 बजे के बीच आत्महत्या की थी। तीन बजे तक शव का दाह संस्कार कर दिया गया। इसके बाद सुसाइड नोट सोशल मीडिया पर वायरल हुआ।

जो व्यक्ति 10-11 बजे मर चुका हो, वह चार बजे सुसाइड नोट कैसे लिख सकता है। सुसाइड नोट देखकर लगता है कि वह किसी कम पढ़े-लिखे व्यक्ति द्वारा लिखा गया है, जबकि कलेश्वर के घर पर रखे रजिस्टर में उसकी हैंडराइटिंग काफी सुंदर और सुस्पष्ट है। दोनों लिखावटों में काफी अंतर है। इसकी फोरेंसिक जांच होगी। कलेश्वर महतो के यहां से पिठोरिया थाना के कई पुलिस कर्मी दूध लाते थे। उस दिन भी पुलिसवाले दूध लेने पहुंचे थे। किसी पुलिस वाले को इसकी भनक तक नहीं लगी। कर्ज उसके पत्नी के नाम पर था, फिर उसने आत्महत्या क्यों की।

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