कोलकाता। पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना में जूनियर डॉक्टरों ने कोविड-19 के इलाज को लेकर राज्य सरकार के एक फैसले के खिलाफ अनिश्चितकालीन आंदोलन की शुरुआत कर दी है। जिले के सागर दत्त मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के जूनियर डॉक्टर और प्रशिक्षु इसमें शामिल हैं।
डॉक्टरों का कहना है कि सरकार के इस कदम के कारण वे अन्य रोगियों का इलाज नहीं कर पाएंगे और अन्य बीमारियों का इलाज करना नहीं सीख सकेंगे। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि कोविड -19 अस्पताल में तब्दील करने से पहले अस्पताल में 500 बेड होने चाहिए लेकिन फिलहाल इतनी अधिक संख्या में यहां बेड भी नहीं है।
आंदोलनरत डॉक्टरों में से एक ने गुरुवार को कहा, “हम कोविड -19 रोगियों के लिए इलाज से इनकार नहीं कर रहे हैं लेकिन, एक साथ सरकार को अन्य रोगियों को भी भर्ती करने के प्रावधान बरकरार रखने चाहिए। हम यह भी कह रहे हैं कि सागर दत्ता मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के पास कोविड अस्पताल में बदलने के लिए पर्याप्त बुनियादी ढांचा नहीं है। इसके बजाय, किसी भी अन्य अस्पताल को कोविद ड अस्पताल बनाया जा सकता है।” प्रदर्शनकारियों ने कहा कि उन्होंने अनिश्चितकालीन आंदोलन शुरू किया है और मांग पूरी होने तक आंदोलन जारी रहेगा।
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