भारतीय मौसम विज्ञान विभाग की सूचना के बाद राज्य सरकार ने समुद्री इलाकों में रेड अलर्ट जारी कर दिया है। नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स (एनडीआरएफ) की 10 टीमें समुद्रीय किनारा क्षेत्रों में लोगों को जागरुक कर रही हैं। महाराष्ट्र की स्टेट डिजास्टर रिस्पांस फोर्स (एसडीआरएफ) की 7 टीमें स्टेट रिजर्व पुलिस की 16 टीमों के साथ रायगढ़ से लेकर पालघर तक महाराष्ट्र के 720 किलोमीटर के समुद्रीय तटीय क्षेत्र में लगाई गई हैं।
एनडीआरएफ टीम सचिन नलावड़े ने बताया कि निसर्ग तूफान से लोगों को बचाने के लिए 10 टीम तैनात की गई हैं। टीम को जरूरत के अनुसार नाव दी गई है। साथ ही तूफान से निपटने के लिए हर तरह की तैयारी है।कोरोना को देखते टीम को हुए पीपीई किट्स और सेनिटाइजर भी उपलब्ध करवाए गए हैं। रायगढ़ की जिलाधिकारी निधि चौधरी ने बताया कि उनके यहां दो एनडीआरएफ की टीम पहुंच चुकी हैं और दो टीम बहुत जल्द पहुंचने वाली हैं। जिले में निसर्ग तूफान से लोगों को बचाने के लिए हर तरह की आवश्यक तैयारी की जा रही है। लोगों को कल घर से न निकलने तथा मछुआरों को 3 जून को किसी भी हालत में समुद्र में न जाने का आदेश जारी किया गया है।
इसी तरह का आदेश रत्नागिरी, सिंधुदूर्ग, मुंबई, मुंबई उपनगर, ठाणे व पालघर जिले में भी जारी किया गया है। पालघर जिले में जिलाधिकारी कैलाश शिंदे ने भी किनारा क्षेत्र में लोगों को निसर्ग तूफान से सावधान रहने का निर्देश जारी किया है। इसलिए पालघर समुंद्रीय किनारों पर समुद्र में गए मछुआरे किनारे पर लौटने लगे हैं। मुंबई शहर व उपनगर में भी समुद्र किनारों के पास बसे झोपड़ों में रहने वालों को हटाया जा रहा है और समुद्र में न जाने की सूचना मछुआरों को दी गई है।