मध्य प्रदेश में रिक्त तीन राज्यसभा सीट के लिए शुक्रवार सुबह नौ बजे से वोटिंग जारी है। शाम चार बजे तक मतदान डाले जाऐंगे। इसके बाद वोटों की गिनती शुरू होगी और देर शाम तक चुनाव के परिणाम आ जाऐंगे। इस बार राज्यसभा चुनाव में वोटिंग के लिए कोरोना संक्रमण को देखते हुए तीन जगह स्वास्थ्य की जांच की व्यवस्था की गई है। पहली बार सेंट्रल हॉल में मतदान संपन्न हो रहा है। मतदान डालने पहुंच रहे विधायकों को विधानसभा के गेट पर थर्मल सक्रीनिंग के बाद प्रतीक्षाकक्ष में बैठाया जा रहा है। यहां उनसे लिखित में उनकी और परिवार के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली जा रही है। दोनों ही दलों को क्रॉस वोटिंग का डर है। विधायकों के आंकड़ों के हिसाब से मध्यप्रदेश की 3 सीटों में से 2 पर भाजपा की जीत पक्की मानी जा रही है।
एक-एक कर विधायक मतदान केंद्र में आ रहे हैं और वोट डाल रहे है। सबसे पहला वोट सीएम शिवराज सिंह चौहान ने डाला है। उन्होंने वोट डालने के बाद सीएम शिवराज ने कहा है कि वे जीते के लिए आश्वस्त है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि ‘यतो धर्म: ततो जय:। आज विधानसभा पहुंचकर राज्यसभा निर्वाचन के लिए मताधिकार का प्रयोग किया। हम सब विजय के प्रति आश्वस्त हैं।
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भी विधानसभा पहुंचकर मतदान किया। उन्होंने भी राज्यसभा चुनाव में जीत का दावा किया है। गृहमंत्री ने ट्वीट कर कहा ‘जहाँ सच हैं, वहाँ पर हम खड़े हैं, इसी खातिर आँखों में गड़े हैं। राज्यसभा चुनावों में @BJPyIndia को सभी का साथ मिल चुका है। सब साथ हैं, मोदी-शाह पर विश्वास है, @BJPyMP के नेतृत्व में मप्र का हो रहा विकास है। माननीय @JM_Scindia और माननीय प्रो.सुमेर सिंह सोलंकी की जीत सुनिश्चित है।
चुनाव में ज्योतिरादित्य सिंधिया और सुमेर सिंह सौलंकी भाजपा प्रत्याशी है। कांग्रेस से दिग्विजय सिंह और फूल सिंह बरैया मैदान में हैं। विधानसभा के कुल 230 सदस्य हैं। विधानसभा में 206 सदस्य मौजूद हैं। 24 सीट रिक्त,दो निधन, 22 त्यागपत्र शामिल हैं। इनमें 107 भाजपा विधायक 92 कांग्रेस विधायक 02 बसपा 01 सपा 04 निर्दलीय शामिल हैं।
कोरोना पॉजिटिव कांग्रेस विधायक पीपीई किट पहनकर करेंगे मतदान
कोरोना पॉजिटिव कांग्रेस विधायक कुणाल चौधरी भी मतदान करेंगे। उनकी वोटिंग के लिए विधानसभा ने विशेष इंतेजाम किए है। कुणाल चौधरी पीपीई किट में मतदान के लिए सबसे अंत में आएंगे। चौधरी का मतपत्र अलग लिफाफे में रखा जायेगा। एक-एक विधायक मतदान केंद्र में आएंगे। मतपत्र में वरीयता अंकित कर मतपत्र मतपेटी में डालेंगे।