आर्थिक तंगी से तंग आकर उठाया कदम
चंद घंटों में मां बेटी की हत्या का उद्भेदन
अजय झा
देवघर। देवघर में हृदय विरादक घटना हुई है। एक नाबालिग लड़के ने अपनी ही मां और बहन की चाकू गोदकर हत्या कर दी है। पुलिस ने फरार नाबालिग लड़के को जसीडीह से पकड़ा है। साथ ही पुलिस के समक्ष अपना अपराध स्वीकार भी किया है। पुलिस ने गुरुवार सुबह सुबह दोनों शव को बरामद किया और कुछ ही देर बाद लड़के को जसीडीह से हिरासत में ले लिया है। एसडीपीओ विकास चंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि घटना के बाद से लड़के का गायब होना पुलिस को खटक रही थी। सूचना मिली उक्त लड़का जसीडीह की ओर गया है। तुरंत टीम भेजी गई और उसे बरामद कर लिया गया। लड़के ने पुलिस से यह भी कहा है कि परिवार घनघोर आर्थिक तंगी में था। इसी से तंग आकर उसने यह कदम उठाया। हालांकि पुलिस अन्य पहलुओं को भी खंगाल रही है।
क्या है पूरा मामला
देवघर के कोर्ट रोड में थाने से 50 कदम की दूरी पर गोपाल बरनवाल के घर मे मां सुनीता देवी और बेटी भारती कुमारी की खून से लतपत लाश कमरे में पड़ी थी। पुलिस वहां पहुंची और घटना स्थल से वो चाकू भी बरामद किया जिससे हत्या की गई थी। गृहस्वामी गोपाल बरनवाल ने कहा वो नीचे के कमरे में सोये थे और उनकी पत्नी सुनीता देवी, बेटी भारती और बेटा तीनों ऊपर के कमरे में। सुबह जब वे उठे तो ऊपर के कमरे में जाकर देखा तो दोनों का शव खून से लतपत था लेकिन उनका बेटा गायब था। गोपाल ने हत्या का आरोप अपने पुराने किरायेदार पर लगाया। शायद किरायेदार से उनकी कुछ अनबन थी। लेकिन बेटा के गायब होना, घटना स्थल पर की स्थिति देख कर पुलिस के गले ये बात नही उतर रही थी। तभी पुलिस को खबर मिली कि वो लड़का जसीडीह की ओर पैदल ही गया है। पुलिस ने टीम का गठन कर तुरंत जसीडीह भेजा, जहां उक्त लड़के को बरामद कर किया। थाने में जब उससे पूछताछ की गई तो सब भौचक्के रह गए। किसी को यकीन ही नही हो रहा था कि कोई बेटा अपनी माँ और कोई भाई अपनी सगी बहन की हत्या इस कदर निर्मम तरीके से कर सकता है? लेकिन ये बात हकीकत थी जिसे सबको स्वीकारना पड़ा क्योंकि खुद उस लड़के ने कहा कि उसने ही चाकू गोदकर अपनी माँ और बहन को सोते हुए में मार डाला।
पिता को भनक भी नहीं लगी
एक बात यहां गौर करने वाली है कि जहां ये घटना हुई है उसके ठीक नीचे के कमरे में पिता गोपाल बरनवाल खुद सोये थे। जब ये हत्या हो रही थी तो दोनों चीखे चिल्लाए तो जरूर होंगे। लेकिन उन्हें कोई भनक तक नही लगी। सुबह उन्होंने दोनों का शव कमरे में पाया।
थाने के बिल्कुल बगल में हुई घटना
जहां ये घटना हुई है वो थाने के बिल्कुल बगल में है। वहां हमेशा पुलिस के जवान तैनात रहते हैं। रात्रि कर्फ्यू होने के कारण चौकसी भी ज्यादा है। लेकिन पुलिस को भी भनक नही लगी। जबकि अगर इस घर के बाहर रोड से अगर किसी को थाना परिसर में आवाज दिया जाय तो आसानी से सुना जा सकता है।
आर्थिक तंगी को बताया वजह
उस लड़के ने पुलिस के समक्ष अपना अपराध स्वीकारते हुए यह भी कहा है कि लंबे समय से परिवार आर्थिक तंगी से गुजर रहा था। मां, बहन हम सब दाने दाने के मोहताज थे। इसी कारण हम जीना नही चाह रहे थे। लॉक डाउन में हालात बेहद खराब हो गए थे।