जिले में रविवार को विश्व योग दिवस पर लोगों ने कोरोना से बचाव को प्रमुखता दी और घर पर ही योग कर निरोग रहने का संदेश दिया।
सुबह रिमझिम बरसात ने भी घर पर योग करने को मजबूर किया। लेकिन कोरोना व बरसात की बाधाओं के बावजूद लोगों में योग करने का जुनून कम नहीं हुआ। घर-घर लगी परिजनों की योग कक्षाओं में ओम् की गूँज से सुबह के सुखद माहौल ने एक अद्भुत व मनोरम दृश्य प्रस्तुत किया।
विश्व योग दिवस के लिए जिले में उत्साह देखने को मिला। लोग सुबह 4.30 बजे लोग के लिए घर पर ही तैयारी करके योग करना शुरू किया। हर घर से उछल-कूद की पदचाप व तालियों की आवाज से योग के प्रति लोगों के उत्साह की झलक देखने को मिल रही थी। प्राणायाम करते समय ओम्-ओम् शब्द के उद्घोष से वातावरण में देवलोक जैसी दिव्य अनुभूति का एक अद्वितीय दृश्य देखने को मिल रहा था।
कोरोना के चलते इस बार सामूहिक आयोजन पर रोक के चलते विश्व योग दिवस पर भी विगत वर्षों की तरह बड़े आयोजन प्रशासन द्वारा नहीं किये गये। इस बात को पहले से जानते हुए लोगों ने अपने अपने घर में ही योग करने का निर्णय लिया। जिससे कोरोना के खिलाफ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की छेड़ी जंग को फतह किया जा सके और कोरोना को फैलने से रोका जा सके।
आचार्य कमलेश योगी ने बताया कि इस बार विश्व योग दिवस पर कोरोना की छाया से विगत वर्षों की तरह का उत्साह बाहर तो देखने को नहीं मिला लेकिन घर पर लोगों ने बड़े मनोयोग व उत्साह से योग किया। विश्व योग दिवस सिर्फ लोगों की जागरूकता के लिए मनाया जाता है। योग को तो जीवनचर्या बनाकर अपनाना चाहिए तभी तन-मन को स्वस्थ रखा जा सकता है। योग भारतीय की प्राचीन वैज्ञानिक विद्या है। जिसे मनीषियों ने संजोकर रखा और दुनियां के लोगों को स्वस्थ रखने का संदेश देकर भारत के योगदान को विश्व पटल पर भी स्थापित किया।