पटना। बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने वंदे भारत ट्रेन की सौगात बिहार को देने के लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया है। उन्होंने मंगलवार को बयान जारी कर कहा नीतीश कुमार ने टीन का चश्मा लगा रखा है, इसलिए बिहार के विकास के लिए पटना-रांची वंदे भारत ट्रेन और 9,640 करोड़ की एकमुश्त सर्वाधिक सहायता राशि की केंद्रीय सौगात दिखाई नहीं पड़ती है।
मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार ने राज्यों को 1 लाख 30 हजार करोड़ का 50 वर्षीय ब्याज मुक्त ऋण आधारभूत संरचना हेतु देने की बजट में घोषणा की थी। केंद्र ने कल 16 राज्यों के लिए 56 हजार करोड़ की पहली किस्त की मंजूरी दी है, जिसमें सर्वाधिक 9,640 करोड़ बिहार के लिए स्वीकृत है। उन्होंने कहा इस राशि का इस्तेमाल स्वास्थ्य, शिक्षा, सिंचाई पेयजल, ऊर्जा, सड़क आदि के इन्फ्राएस्ट्रक्चर के विकास पर खर्च होगा। यह राज्य के विकास के निर्धारित ऋण राशि के अतिरिक्त है जिस पर ब्याज नहीं लगेगा तथा 50 वर्ष में वापस लिया जाना है।
सुशील मोदी ने कहा कि बिहार से आधे दर्जन रेल मंत्री हुए लेकिन वास्तविक कार्य 2014 के बाद प्रारंभ हुआ। पहले के रेल मंत्री बिना बजटीय प्रावधान के केवल घोषणा करते थे। 90 फीसदी रेल विद्युतीकरण का काम पूरा हो चुका है। वंदे भारत की 23वीं ट्रेन के लोकार्पण के बाद अब जल्द उसका स्लीपर संस्करण में प्रारंभ होगा। मोदी ने कहा कि बार-बार भेदभाव का आरोप लगाने वालों को केंद्र सरकार का यह करारा जवाब है।