– नवनिर्वाचित नगर निकाय के अध्यक्ष, महापौर की आयोजित हुई कार्यशाला

लखनऊ। बहुत सारे लोगों ने प्रयास किया कि नगर निकाय चुनाव टल जाय, लेकिन हमारे नगर निकाय की टीम एक-एक समस्या का निस्तारण करती रही। इसी का परिणाम है कि पहली बार कमीशन की रिपोर्ट लागू करते हुए चुनाव हुए। इतना निश्पक्ष और शांति पूर्ण चुनाव लोगों की कल्पना के बाहर है। ये बातें प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कही। वे गुरुवार को नवनिर्वाचित नगर निगमों के महापौर, नगर पालिका परिषदों एवं नगर पंचायतों के अध्यक्षों के लिए आयोजित एक दिवसीय ‘अभिमुखीकरण कार्यशाला’ में बोल रहे थे।

उन्होंने कहा कि पटरी के व्यवसाइयों के लिए ब्याज मुक्त ऋण की व्यवस्था की जा रही है और अब तक यहां प्रदेश में 12 लाख पटरी व्यवसाइयों को ब्याज मुक्त ऋण दिया गया है। पिछले छह वर्ष में प्रदेश में 54 लाख गरीबों को आवास उपलब्ध हुआ है। 2017 के बाद बिजली आने लगी तो समझ में आने लगा कि रोड की लाइटें ठीक नहीं रही। आज हर शहर में एक जैसी कलर की एलईडी लाइट मिलेगी। अब बेतरतीब लाइट नहीं लगती। हाइलोजन बल्व प्रदूषण पैदा करते थे। अब बिजली के साथ ही प्रदूषण से भी सुरक्षा होती है।

उन्होंने कहा कि शहरों में जगह-जगह कूड़े का ढेर दिखाई देता था। आज बहुत हद तक नालियां साफ दिखती है। गायें प्लास्टिक खाने से नहीं मरती हैं। आज 2017 की तुलना में सफाई कार्यक्रम काफी तेजी से बढ़ा है, अभी इसे और भी आगे ले जाने की जरूरत है। जैसे हम अपने घर को साफ-सुथरा रखते हैं। वैसे ही हमें अपने मुहल्ले को भी साफ रखना चाहिए। यह हम सभी को मिलकर करना चाहिए। जब तक जनता जगे तब तक शहर का कूड़ा साफ हो जाना चाहिए।

वहीं उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि नगर विकास की दृष्टि से हमारे अधिकारियों ने बहुत ही संजीदगी से काम किया है। इसके लिए साधूवाद। जैसे देश में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार है। वैसे ही नगर निकायों के मुखिया आप सब हैं। यहां से जाने के बाद आप सभी को पार्षदों के साथ इन बातों को शेयर करने के लिए कार्यशाला करनी चाहिए। प्रधानमंत्री का आत्मनिर्भर भारत बनाने के संकल्प को पूरा करने के लिए आप सभी को आत्मनिर्भर नगर निकाय बनाने का संकल्प लेना चाहिए।

वहीं नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा ने कहा कि हम सभी को मिलकर नगर निकायों को स्वच्छ और स्वस्थ बनाना है। इसके लिए हम सभी को दृढ़ संकल्पित होना होगा। इसके लिए सभी को नई टेक्नालाजी प्रयोग करने में भी गुरेज नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि पहले नगरीय निकाय भ्रष्टाचार के अड्डे बने हुए थे। अब नगर निकायों का विकास तेजी से हो रहा है। अब नगर निगम देखने लायक हुए हैं। जी-20 में हमारे नगर निगमों ने वैश्विक प्रतिस्पर्धा दिखाई है। इस अवसर पर मुख्य सचिव सहित कई उच्चाधिकारी भी मौजूद रहे। इस कार्यशाला में विशेषज्ञों ने भी स्वच्छता और विकास पर अपने अनुभवों को साझा किये।

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